वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ़@ डेस्क।
कोरोनाकाल में राजस्थान के राजनीतिक गलियारे में एक और दुःखद खबर बुधवार सुबह आई जब पता चला कि उदयपुर जिले के वल्लभनगर विधानसभा क्षेत्र से लगातार तीसरी बार निर्वाचित कांग्रेस विधायक गजेन्द्रसिंह शक्तावत का निधन हो गया है। शक्तावत के निधन से अब निकट भविष्य में राजस्थान में चार विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव कराने होंगे। करीब 48 वर्षीय शक्तावत राजस्थान में कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे गुलाबसिंह शक्तावत के पुत्र है। शक्तावत पिछले करीब एक माह से दिल्ली में एक चिकित्सालय में उपचार करा रहे थे। उनकी सेहत में लगातार गिरावट आ रही थी। गजेन्द्रसिंह शक्तावत वर्ष 2008 एवं 2013 में भी वल्लभनगर से विधायक निर्वाचित हुए थे। शक्तावत राज्य के उन विधायकों में शामिल थे जो पिछले वर्ष कांग्रेस के तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट द्वारा की गई राजनीतिक बगावत के समय उनके खेमे में मौजूद रहे।
शक्तावत के निधन से राजस्थान में विधानसभा की चार सीटों पर अब उप चुनाव होना तय हो गया है। इनमें मंत्री भंवरलाल मेघवाल के निधन से खाली सुजानगढ़, पूर्व मंत्री किरण माहेश्वरी के निधन से राजसमन्द एवं विधायक कैलाश त्रिवेदी के निधन से भीलवाड़ा जिले की सहाड़ा सीट शामिल है।विधानसभा की जो चार सीट रिक्त हो गई है उनमें सबसे खास बात ये भी है कि इनमें से तीन सीट मेवाड़ क्षेत्र की है। चार में से तीन विधायक भी कांग्रेस के है। बदले हालात में ये तय हो गया है कि निकट भविष्य में जब भी उपचुनाव होंगे राजनीतिक घमासान राजस्थान के मेवाड़ क्षेत्र में ही होने वाला है। उपचुनाव वाले मेवाड़ के ये तीनों क्षेत्र एक-दूसरे के बिल्कुल नजदीकी जुड़ाव वाले है। कांग्रेस के लिए भी तीनों सीटे फिर जीतना वर्तमान राजनीतिक परिवेश में किसी चुनौती से कम नहीं है। शक्तावत के निधन पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सहित कांग्रेस व भाजपा के विभिन्न नेताओं ने शोक जताया है।