वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ़@डेस्क।
चित्तौड़गढ़। मेवाड़ यूनिवर्सिटी में कार्यरत कला व संस्कृति की महानिदेशिका प्रो. डॉ. चित्रलेखा सिंह को 25 वें अंतर्राष्ट्रीय कला पर्व पर रजत सम्मान से सम्मानित किया गया है। यह कार्यक्रम कला संस्था कलावर्त न्यास द्वारा उज्जैन में आयोजित किया गया था। न्यासी मंडल के अध्यक्ष व वरिष्ठ कलाकार डॉ. चंद्रशेखर काले तथा न्यास के सचिव पवन गरवाल ने बताया कि डॉ. चित्रलेखा सिंह के कला क्षेत्र में किए गए उल्लेखनीय योगदान के लिए उनको यह सम्मान दिया गया है। उन्होंने 23 से 25 दिसंबर तक आयोजित राष्ट्रीय कला शिविर में एक्रेलिक माध्यम से शिवशक्ति विषय पर पेंटिंग बनाई। गौरतलब है कि प्रो. डॉ. चित्रलेखा सिंह ने शिव विषय पर डी. लिट् किया है और वह इस विषय पर विश्व की प्रथम डी.लिट् महिला से सम्मानित है। उन्होंने कला, साहित्य एवं धार्मिक परिपेक्ष में लगभग 55 से अधिक पुस्तकों का लेखन कार्य किया है और उनके निर्देशन में 300 से अधिक विद्यार्थी एम.फिल व पीएचडी शोध कार्य कर चुके है। विशेष बात यह है कि वह एक चित्रकार, लेखिका, कवियत्री एवं शिक्षाविद हैं और कला, संस्कृति व साहित्य के क्षेत्र में कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार भी प्राप्त कर चुकी है। मेवाड़ यूनिवर्सिटी के चेयरपर्सन डॉ. अशोक कुमार गदिया और वाइस चांसलर प्रो. डॉ. आलोक मिश्रा ने प्रो. डॉ. चित्रलेखा सिंह को मिली इस उपलब्धि पर बधाई व शुभकामनाएं दी है।