हम सभी को अपने मानवाधिकारों के प्रति होना पड़ेगा जागरुक, तभी समाज में आएगा परिवर्तनः वाइस चांसलर प्रो. डॉ.आलोक मिश्रा।
वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ़@डेस्क।
चित्तौड़गढ़। मेवाड़ यूनिवर्सिटी गंगरार में बुधवार को डी.एल.एड विभाग, इलेक्टोरल लिटरेसी क्लब और एनएसएस के संयुक्त तत्वाधान में मानव अधिकार दिवस मनाया गया। जिसमें बतौर मुख्य अतिथि यूनिवर्सिटी वाइस चांसलर प्रो. (डॉ.) आलोक मिश्रा ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि मानव जीवन के अधिकार पहले भी थे और आज भी है। लेकिन अंतर सिर्फ इतना है कि आजादी से पहले जो अधिकार थे वो अंग्रेजों ने अपनी सुविधानुसार बनाए थे लेकिन आजादी के बाद जब से संविधान लागू हुआ तब से मानवाधिकारों को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए उसे लागू किया गया। वर्तमान में हम अपने मौलिक अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति उतने जागरूक नहीं है क्योंकि शिक्षा का अब बाजीकरण हो चुका है। मार्केट में जिस कोर्स की डिमांड होती है। शिक्षण संस्थाएं और अभिभावक भी बच्चों को वहीं शिक्षा दिलाते है जबकि उनके क्या मौलिक अधिकार है। उनको यह नहीं बताया जाता। विद्यार्थियों समेत समाज के हर तबके को अपने मानव अधिकारों के प्रति जागरुक होना पड़ेगा और इसके लिए शिक्षण संस्थाओं और सामाजिक संगठनों को जागरुक करने की आवश्यकता है। उन्होंने विद्यार्थियों से आह्मन किया कि जीवन में सफल बनने के लिए छोटे-छोटे लक्ष्य निर्धारित करें और उसी दिशा में मेहनत करें, इससे उनके अंदर एक सकारात्मक ऊर्जा पैदा होगी तभी वह अपने जीवन का बड़ा उद्देश्य हासिल कर सकेंगे। इस मौके पर उन्होंने प्रतियोगी परीक्षाओं एवं कॅरियर योजना के निदेशक प्रो. (डॉ.) लोकेश शर्मा को आर्थिक रूप से गरीब क्षेत्रों में प्रतियोगी परीक्षाओं हेतु निःशुल्क प्रशिक्षित करने हेतु 21 दिसंबर को दिल्ली में जेपी अवार्ड ‘लोकनायक शिक्षा श्री सम्मान’ मिलने पर शुभकामनाएं दी। इस मौके पर डॉ. शर्मा ने कहा कि समाज में आज भी मानवाधिकारों के प्रति भेद-भाव किया जाता है। लड़के-लड़कियों में यह भेदभाव की शुरूआत घर से ही हो जाती है। इसके बाद यहीं भेदभाव लड़कियों के प्रति बाद में समाज में भी दिखने को मिलता है। इसलिए लड़कियों को आगे बढ़कर अपने अधिकारों को जानना पड़ेगा तभी यह अंतर खत्म होगा और इससे भारतीय समाज में भी एक बड़ा परिवर्तन आएगा। इस मौके पर विद्यार्थी अनुराधा और रिंकु बघेल ने भी विषय से संबंधित अपने विचार रखें। कार्यक्रम में डॉ. पूजा गुप्ता, डॉ. सोनिया सिंघला, डॉ. महेश दूबे, डॉ. डी. के वर्मा आदि समेत काफी संख्या में विद्यार्थी और शिक्षकगण उपस्थित रहे।