वीरधरा न्यूज़।चित्तोड़गढ़@डेस्क।
चित्तौड़गढ़। अधिवक्ता परिषद इकाई चित्तौड़गढ़ द्वारा शनिवार को जिला एवं सेशन न्यायालय चित्तौड़गढ़ के अभिभाषक सभागार में संविधान दिवस एवं अधिवक्ता दिवस का आयोजन किया गया।
चित्तौड़गढ़ इकाई के जिला महासचिव पंकज टेलर ने बताया कि कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ अधिवक्ता कैलाश चंद्र झंवर ने की। मुख्य अतिथि मधुसूदन शर्मा अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश एनडीपीएस प्रकरण चित्तौड़गढ़ एवं विशिष्ट अतिथि जमनालाल पुरोहित सेवानिवृत प्राध्यापक विधि महाविद्यालय भीलवाड़ा थे।
वरिष्ठ अधिवक्ता कैलाश चंद्र झंवर द्वारा भारत में संविधान निर्माण की स्वतंत्रता से पूर्व की पृष्ठभूमि एवं संविधान में विहित मौलिक अधिकारों एवं न्यायपालिका की संविधान में महत्ती भूमिका पर मार्गदर्शित किया। मधुसूदन शर्मा ने अधिवक्ताओं की न्याय प्रणाली में भूमिका एवं सामाजिक दायित्वों पर अपना मार्गदर्शन दिया गया। सेनि प्राचार्य जमनालाल पुरोहित ने संविधान के वैधानिक प्रावधानों की विवेचना की।
वरिष्ठ अधिवक्ता शांतिलाल बसेर ने अधिवक्ता परिषद की न्याय प्रणाली एवं समाज में भूमिका पर अपना उद्बोधन दिया। चित्तौड़ प्रान्त प्रतिनिधि सुलक्षणा सांचौरा, प्रांत मंत्री नरेश शर्मा ने भी सम्बोधित किया। अधिवक्ता परिषद इकाई चित्तौड़गढ़ के अध्यक्ष श्याम शर्मा, उपाध्यक्ष शिवराज सिंह राठौड़, यशोदा गर्ग ने सम्मान किया। संचालन उपाध्यक्ष महेंद्र पोखरना ने किया।
कार्यक्रम में वरिष्ठ अधिवक्ता कैलाश चंद्र उपाध्याय, रमेश चंद्र न्याती, मालम सिंह पवार, सचिव नितिन चावत, भारत भूषण, प्रधान खुमान सिंह, चंदा सुथार, सन्नो चंदेल, रत्नेश जैन, मुकेश सारस्वत, पुष्पेंद्र ओझा, प्रदीप गहलोत, किशन सिंह गार्डन, गुलशेर अली, यास्मीन शेख, कालूलाल सुथार, निखिल काबरा, पवन व्यास, प्रतीक शर्मा मौजूद रहे। महेंद्र पोखरना ने आभार व्यक्त किया। अतिथिगण को प्रतीक चिन्ह भेंट किए गए।