वीरधरा न्यूज़। शाहपुरा@ श्री दिनेश कुमार सुवालका भटेड़ा।
शाहपुरा। कलाल समाज के कुलदेव एवं आराध्य भगवान राज राजेश्वर सहस्त्रबाहु अर्जुन जयंती कलाल समाज द्वारा प्रतिवर्ष कार्तिक मास शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को मनाई जाती है। इस बार भी श्रद्धा व उल्लास के साथ रायला के रिको एरिया में बालुलाल सुवालका के परिवारजनों ने रविवार को घर पर ही समाज के कुलदेव एवं आराध्य देव राजराजेश्वर सहस्त्रबाहु अर्जुन देव की जयंती परंपरागत तरीके से मनाते हुए भगवान सहस्त्रबाहु की तस्वीर पर तिलक माल्यार्पण और दीप प्रज्वलित कर परिवारजनों ने विधि-विधान ने उनकी पूजा-अर्चना की। तथा पुष्प अर्पित कर नमन कर आरती की गई। वही कुलदेव सहस्त्रबाहु अर्जुन देव से प्रार्थना की गई कि परिवार पर अपनी कृपा दृष्टि बनाए रखने और परिवार की सुख समृद्धि खुशहाली की कामना की।उसके बाद उनके जीवन चरित्र पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए दिनेश कुमार सुवालका ने बताया कि सहस्त्रबाहु का मूल नाम कार्तवीर्य अर्जुन था। वे बड़े प्रतापी और शूरवीर थे। उन्होंने अपने गुरु दत्तात्रेय को प्रसन्न करके वरदान के रूप में उनसे हजार भुजाएं प्राप्त की थीं। इस कारण ही कार्तवीर्य अर्जुन सहस्त्रबाहु के नाम से विख्यात हुए। उन्होंने कहा कि सहस्त्रबाहु अर्जुन की जीवनी न्याय लेने के लिए अन्याय से लड़ने की सीख देती है। समाज के लोगों ने सहस्त्रबाहु अर्जुन के बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लेना चाहिए। साथ ही सामाजिक कुरीतियों को दूर करते हुए सभ्य समाज का निर्णय लिया।
भगवान सहस्त्रबाहु अर्जुन के जीवन चरित्र पूरे मानव जाति के लिए एक प्रेरणास्त्रोत है। इस दौरान परिवार के घनश्याम दिनेश लीला देवी सुवालका उपस्थित रहे।