नशे की बढ़ती प्रवृत्ति पर अंकुश लगाना हमारी नैतिक जिम्मेदारी : कुलपति डॉ. मिश्रा। निःशुल्क मनोरोग एवं नशामुक्ति परामर्श शिविर आयोजित
वीरधरा न्यूज़।चित्तौडग़ढ़@डेस्क।
चित्तौड़गढ़।आज के दौर में युवा भटक जाते हैं और नशे को अपना सहारा समझते हैं, जिससे उनका कॅरिअर चौपट हो जाता है और अपराधिक गतिविधियों में लिप्त हो जाते हैं। एक जिम्मेदार नागरिक होने के नाते हम सभी की यह नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि हम नशे की कुरीति और अपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिये आगे आये। यह बात मेवाड़ विश्विद्यालय के कुलपति डॉ. आलोक मिश्रा ने चित्तौड़गढ़ रविवार को आयोजित निःशुल्क मनोरोग एवं नशामुक्ति परामर्श शिविर में बतौर मुख्य अतिथि व्यक्त की। दिनांक 15 अक्टूबर 2023 सुख सेवा संस्थान नशा मुक्ति व पुनर्वास केंद्र एवं सिटी पैथोलॉजी लेब चित्तौड़गढ़ के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित हुआ।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ. आलोक मिश्रा ने सुख सेवा संस्थान चित्तौड़गढ़ नशा मुक्ति व पुनर्वास केंद्र की सराहना करते हुए कहा कि अध्यक्ष गफ़्फ़ार पठान द्वारा नशा मुक्ति हेतु जो प्रयास किया जा रहे हैं वह सराहनीय है।
संस्थान के अध्यक्ष गफ्फार पठान ने बताया कि इस शिविर में भीलवाड़ा के प्रसिद्ध नशा एवं मनोरोग विशेषज्ञ सहआचार्य डॉ. वीरभान चंचलानी ने नशे से छुटकारा पाने के लिए उचित परामर्श दिए।
संस्थान काउंसलर प्रभात शर्मा ने जानकारी दी शिविर में अपरान्ह तीन बजे तक चले इस शिविर में चित्तौड़गढ़ शहर व आसपास के गांवों से लगभग 50 से अधिक लोगों शिविर का लाभ उठाया। इस शिविर को लेकर नशामुक्ति हेतु जागरूक करने के लिए 5000 पेम्पलेट्स का भी विभिन्न माध्यमों से वितरण किया गया।
शिविर का शुभारंभ प्रातः साढ़े दस बजे मुख्य अतिथि मेवाड़ विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. आलोक मिश्रा ने दीप प्रज्ज्वलन कर किया। इस अवसर पर मेवाड़ विश्वविद्यालय के ब्रांड मैनेजर अमित कुमार चेचानी भी उपस्थित रहे व सीटी पैथोलॉजी लेब संचालक कैलाश गुर्जर व शंकर गुर्जर का भी विशेष सहयोग रहा।
शिविर के शुभारंभ पर संस्थान अध्यक्ष गफ़्फ़ार पठान ने अतिथियों का स्मृति चिह्न व सुख सेवा संस्थान की पुस्तक ‘‘रिकवरी इनपुट फोर एडिक्ट्स’’ भेंट की व उपरना ओढ़ाकर सम्मानित किया। इस अवसर पर संस्थान के शोएब पठान, कुलदीप सिंह राठौड़, जीतेन्द्र तोमर, कन्हैया लाल, दिलखुश शर्मा, लक्की पठान आदि स्टॉफ उपस्थित रहा।