वीरधरा न्यूज़। टाँटरमाला@ श्री जनक दास वैष्णव।
निम्बाहेड़ा।राजस्थान शिक्षक संघ (राष्ट्रीय) का दो दिवसीय जिला सम्मेलन न्यू राइज माध्यमिक विद्यालय नाथद्वारा में 14 अक्टूबर द्वितीय दिवस राजस्थान शिक्षक संघ (राष्ट्रीय) जिला सभाध्यक्ष तिलकेश त्रिपाठी की अध्यक्षता एवं जिला निर्वाचन अधिकारी और प्रदेश पर्यवेक्षक डाॅ. हीरा लाल लुहार के मुख्य आतिथ्य में और विशिष्ट अतिथि जिलाध्यक्ष यशवंत कुमार जोशी, जिला मंत्री नारायण सिंह चुण्डावत, जिला महिला मंत्री मधु पालीवाल, जिला महिला संगठन मंत्री किरण माली, संरक्षक घनश्याम माली, राजेश्वर त्रिपाठी के आतिथ्य में सम्पन्न हुआ। जिला मंत्री नारायण सिंह चुण्डावत ने गैर शैक्षिक कार्यों और ऑनलाइन उपस्थिति का पुरजोर विरोध दर्ज करवाते हुए संगठन का वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया और जिले के संगठन की सदस्यता उपशाखा वार प्रस्तुत कर बताया कि इस वर्ष 11 उपशाखाओं के 2972 शिक्षक सदस्य बनें। राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय सदैव शिक्षक समस्याओं के समाधान व शिक्षक हितों के संरक्षण एवं उन्होंने कहा कि शिक्षक अपने कार्यक्षेत्र में ईमानदारी पूर्वक कार्य करते हुए शिक्षकों के मान सम्मान को बनाए रखने का हमारा कर्तव्य हैं। गैर शैक्षिक कार्यो और शिक्षा में नित नए नवाचारों से शिक्षकों को कक्षा कक्ष से दूर किया जा रहा हैं। सम्मेलन संयोजक एवं नाथद्वारा अध्यक्ष ऋषिकेश गुर्जर ने ओन लाइन कार्यो के साथ पेपर द्वारा ऑफलाइन कार्य की अधिकता से वर्तमान में शिक्षा का गिरता स्तर सभी के लिए चिंता का विषय है। उन्होंने हिंदी माध्यम के विद्यालय खोलकर शिक्षा में बिना तैयारी के अंग्रेजी माध्यम में बदलने को एक गंभीर चिंता का विषय बताया, जिला मीडिया प्रभारी राजेंद्र सिंह चारण और सतीश आचार्य ने बताया कि मुख्य अतिथि सम्मेलन के प्रदेश पर्यवेक्षक डाॅ लुहार ने समाज निर्माण में शिक्षक की भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा शिक्षक केवल शिक्षक नहीं- वह मां, मार्गदर्शक , जीवन निर्माता भी है। पाठ्यक्रम के साथ साथ उसके रहन सहन, वाणी, वेशभूषा, विद्या और विनम्रता का विकास करना भी शिक्षक की जिम्मेदारी है। बालक के भौतिक विकास के साथ ही उसका सामाजिक, भावनात्मक , बौद्धिक विकास ही हमारा ध्येय होना चाहिए। इस सत्र में संगठन के पदाधिकारियों की सेवानिवृत्ति पर किशन सिंह चुंडावत , दलपत सिंह पंवार, गजानंद शर्मा का संगठन की तरफ से सम्मान किया गया। उपशाखा आमेट अध्यक्ष हरिओम सिंह चुण्डावत, मंत्री मुकेश आमेटा, भीम अध्यक्ष दलपत सिंह, मंत्री हनुमान कीर , चारभुजा अध्यक्ष बसंत कुमार पालीवाल, मंत्री पप्पू सिंह सोलंकी, उपशाखा देलवाडा़ अध्यक्ष राजेंद्र सिंह राठौड़, मंत्री हेमंत पालीवाल, देवगढ़ अध्यक्ष जसपाल सिंह पंवार, मंत्री शशिगिरि गोस्वामी, कुम्भलगढ़ अध्यक्ष विक्रम सिंह चौहान, मंत्री गजेंद्र सिंह, कुंवारिया अध्यक्ष गणेश कुमावत,मंत्री भगवती लाल पालीवाल, राजसमंद अध्यक्ष पाबू सिंह सोलंकी, मंत्री प्रकाश चंद्र गुर्जर,खमनोर अध्यक्ष डॉ. मुकेश बड़ारिया, मंत्री मनोज कुमार सोल्या,रेलमगरा अध्यक्ष रमेश चन्द्र गर्ग, मंत्री प्रेम सिंह राणावत, शंकर लाल कुमावत, पाबू राम देवासी, हिम्मत सिंह सिसोदिया, रतनसिंह चौहान, नारायण लाल जोशी, शूरवीर सिंह झाला, राजेश सिंह राठौड़, दिनेश चन्द्र पालीवाल, विनोद कुमावत, फतह सिंह चौहान, तुलसी राम गाडरी, ईश्वर सिंह कुम्पावत, घनश्याम माली, भंवर कंवर झाला,संगीता बड़गुजर , पुष्पा जोशी, झमकू सोनी, उर्मिला धाबाई, केसर सिंह राठौड़, काजल दवे , बख्तावर सिंह चुण्डावत, किशन सिंह सोलंकी, आदि सैंकड़ों शिक्षक उपस्थित रहे। इस अवसर पर न्यू राइज स्कूल के संचालक संजय गुर्जर और ऋषिकेश गुर्जर का संगठन की ओर से मेवाड़ी पगड़ी पहनाकर सम्मान किया। अधिवेशन का द्वितीय दिवस निम्नलिखित समस्याओं पर सर्व सम्मति से प्रस्ताव पारित किए गए जो राज्य सरकार और प्रदेश कार्यकारिणी को प्रतिवेदन द्वारा भेजे गए।
1 संगठन द्वारा अनावश्यक रूप से थोपे जा रहे ओनलाइन कार्य का विरोध किया गया।
2. गैर शैक्षणिक कार्यों से शिक्षा की गुणवत्ता पर पड़ रहे विपरित असर को उठाया गया। और शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्यों से मुक्त करने की मांग की गई।
3. सभी डेटा ओनलाइन उपलब्ध होने के बावजूद बार बार और आफलाइन सूचनाएं मागे जाने का विरोध किया गया।
4. संगठन द्वारा शिक्षकों की विभिन्न वेतन विसंगतियों को दूर करने की मांग की गई।
5. प्रत्येक नई भर्ती से पहले विभिन्न केडर के शिक्षकों को वरिष्ठता के आधार पर स्थानांतरण का अवसर प्रदान किए जाने की मांग की गई।
6.नियमित एवं केलेंडर बना कर सम्पूर्ण राजस्थान में एकरुपता के साथ पदोन्नति किए जाने की मांग की गई।
7. पुरानी पेंशन बहाली 01-04-2022 से पहले की NPS कटौती राशि 41000 करोड़ PFRDA से लौटने की मांग की गई। साथ ही राज्य सरकार द्वारा NPS लिगेसी डाटा Gpf account में जमा करने की मांग की गई | कार्यक्रम का संचालन कृष्ण कांत शर्मा ने किया। संरक्षक घनश्याम माली और ऋषिकेश गुर्जर ने धन्यवाद ज्ञापित किया।