कांग्रेस राज में राजस्थान बना अपराध का गढ: विधायक आक्या। नेतावलगढ़ पाछली में भाजपा कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित।
वीरधरा न्यूज़।चित्तौडग़ढ़@डेस्क।
चित्तौड़गढ़। राजस्थान में कांग्रेस सरकार के पांच वर्ष के कार्यकाल में भ्रष्टाचार, लूट खसोट, गुण्डागर्दी, बदमाशी का बोलबाला रहा। पांच वर्षो में कोई एक दिन ऐसा नही निकला जब प्रदेश में अपराध नही हुआ हो। आमजन अपनी शिकायत करे तो किससे प्रदेश में कानुन व्यवस्था नाम की कोई चीज नही रह गई है। प्रत्येक व्यक्ति डर के साये में जीने को विवश है। कांग्रेस सरकार के खिलाफ जनता का गुस्सा अब आक्रोश में बदल गया है। आगामी 25 नवम्बर को विधानसभा चुनाव के मतदान में जनता अपना रोष भाजपा के पक्ष में अधिकाधिक संख्या में मतदान कर निकालेगी। विधायक चंद्रभानसिंह आक्या विधानसभा क्षैत्र चित्तौडगढ़ की ग्राम पंचायत नेतावलगढ़ पाछली में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान उपस्थित कार्यकर्ताओ को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होने कहां कि ग्राम पंचायत क्षैत्र में सर्वाधिक कार्य उनके द्वारा व भाजपा शासनकाल में हुए है।
इस अवसर पर सीकेएसबी चेयरमेन लक्ष्मण सिंह खोर ने अपने सम्बोधन में कहा कि कांग्रेस सरकार के पांच वर्ष के कार्यकाल में प्रदेश गर्त में चला गया है। आम व्यक्ति कर्ज के बोझ में दब गया है।
प्रधान देवेन्द्र कंवर ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की महिला कल्याण योजनाओ से प्रत्येक क्षैत्र में अब महिलाएं पुरूषो के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है।
पूर्व प्रधान व मार्केंटिंग चेयरमेन प्रवीण सिह राठौड़ ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने देश को विकास की जो राह दिखाई है उससे आम आदमी की ओसत आय में वृद्धी हुई है तथा उसकी जीवन शैली में बदलाव आया है। राजस्थान में भी डबल ईंजन की सरकार बनना तय है।
कार्यकर्ता सम्मेलन को पंचायत समिति सदस्य मंजु देवी, ठाकुर भंवरसिंह, पूर्व सरपंच रामेश्वर लाल धाकड़, पूर्व जिला उपाध्यक्ष कर्नलसिंह, पूर्व कोषाध्यक्ष शेलेन्द्र झंवर ने भी संबोधित किया।
इस अवसर पर जीएसएस अध्यक्ष शिवलाल शर्मा, रतनलाल गुर्जर, शक्ति केंद्र संयोजक ज्ञानचन्द बोहरा, गोरधनसिंह भाटी, श्याम वैष्णव, नारायण शर्मा, किशनलाल शर्मा, कन्हैयालाल धाकड़, संजय धाकड़, पिंटु धाकड़, नारायण लाल धाकड़, रोशन धाकड़, जयराज धाकड़, ताराचंद गुर्जर, नारायण गुर्जर, कैलाश ओड, नारूलाल ओड, पूर्व सरपंच राजेन्द्रसिंह, मथरालाल जाट, रामेश्वरलाल धाकड़, बाबुलाल उदपुरा, शिवराजसिंह, छोटुसिंह, मिटठु सिंह, रमेश चारण, गोपालसिंह, लक्ष्मण भांबी, बाबु भांबी, भोपालसिंह, चांदमल नायक, लोकेश धाकड़, निर्भयराम गुंर्जर, निलेश धाकड़, भेरू धाकड़, श्यामलाल वैष्णव, नारायणसिह, रामेश्वर भील, सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे।