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मेवाड़ यूनिवर्सिटी में पहला गुणवत्ता अवधारणा पर एक दिवसीय अध्याय सम्मेलन आयोजित, वक्ताओं ने रखें अपने विचार।

 

वीरधरा न्यूज़।चित्तौडग़ढ़@डेस्क।

चित्तौड़गढ़। मेवाड़ यूनिवर्सिटी में शनिवार को क्वालिटी सर्किल फोरम ऑफ इंडिया दिल्ली चैप्टर के सहयोग से गुणवत्ता अवधारणाओं पर 13 वां अध्याय सम्मेलन आयोजित किया गया। सम्मेलन की थीम ‘बेहतर भविष्य के लिए गुणवत्तापूर्ण अवधारणाओं का पोषण’ थी।
कार्यक्रम की शुरूआत करते हुए मेवाड़ एजुकेशन सोसाइटी के अध्यक्ष गोविंद लाल गदिया ने कहा कि मल्टीनेशनल कंपनियों में अब गुणवत्ता अवधारणा पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी यहीं विजन है कि भारत की बौद्धिक संपदा विदेश में न जाकर स्वदेश में ही रहकर भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में अपना महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं। सरकार ने मेक इन इंडिया प्रोग्राम भी चला रखा है ताकि आने वाले समय में भारत में ग्रीन संसाधन, पेट्रोलियम उत्पाद समेत विभिन्न ऐसे क्षेत्र जिसके लिए हम विदेशों पर निर्भर है, वे कम्पनियां भारत में निवेश करेगी। इस अवधारणा को विस्तार से बताने के लिए यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है। उन्होंने भारत के सभी क्षेत्रों में गुणवत्ता अवधारणा की आवश्यकता को फैलाने के लिए संस्था की तारीफ की।
इस मौक पर बोलते हुए क्यूसीएफआई के सचिव डॉ. शशि भूषण पुरोहित ने कहा कि संस्था के चेयरमेन जी. वेंकटरमणन का विजन है कि हम उन शैक्षणिक संस्थाओं तक पहुंचे जो भविष्य की पीढ़ी को तकनीकी और बौद्धिक कुशलता के साथ विकसित करें ताकि यह नई पीढ़ी भारत को नई ऊंचाईयों पर ले जाएं। इसीलिए पिछले कुछ वर्षों के दौरान क्यूसीएफआई ने इंजीनियरिंग कॉलेजों और विभिन्न विश्वविद्यालयों में कुल गुणवत्ता प्रबंधन (टीक्यूएम), काइजन क्वालिटी सर्कल और 5 एस आदि पर सम्मेलन आयोजित किए है ताकि युवाओं को भविष्य की चुनौती के लिए तैयार किया जाएं। इस मौके पर प्लेसमेंट सेल के निदेशक हरीश गुरनानी ने कहा कि वर्तमान समय तेजी से बदल रहा है अब कॉरपोरेट वर्ल्ड किसी भी स्टूडेंट को जॉब देने के बाद तुरंत उससे आउटपुट चाहता है। इसलिए हमें स्टूडेंट्स को पढ़ाई के दौरान ही उन्हें सक्षम करना होगा। मेवाड़ यूनिवर्सिटी ने यह पहल शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि मेवाड़ यूनिवर्सिटी के चेयरपर्सन डॉ. अशोक कुमार गदिया का विजन भी यही है कि विद्यार्थियों को पढ़ाई के दौरान ही इतना सक्षम कर दिया जाएं ताकि वह कॉरपोरेट वर्ल्ड में जाते ही प्रत्येक चुनौतियों का सामना कर सकें। इस मौके पर चीफ ज्यूरी अनिरूद्ध कौशिक और प्रतिकुलपति आनंद वर्द्धन शुक्ला ने भी अपने विचार रखें। कार्यक्रम में विनिर्माण, बैंको, अस्पतालों और आईटी आदि उद्योगों के 27 संगठनों के लगभग 150 से अधिक प्रतिनिधियों ने गुणवत्ता अवधारणा पर प्रस्तुतीकरण के माध्यम से केस अध्ययन, सफलता की कहानियां, अनुभव समेत कई महत्वपूर्ण जानकारियां विद्यार्थियों और फैकल्टी से साझा की। जिनमें हीरो मोटोकॉर्प लिमिटेड, अशोक लीलैंड, बीएल गाजियाबाद, मिंडा ग्रुप, सुबेरोज, टाटा पावर डिस्ट्रीब्यूशन अजमेर, लार्सन एंड टुब्रो, वेदांता ग्रुप आदि शामिल थे। कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए। इस मौके पर मैनेजमेंट बोर्ड के सदस्य आर. के गदिया और अर्पित महेश्वरी भी मौजूद रहे।

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