रावतभाटा-लोठियाना स्कूल मे कमरों की टूटी पट्टीयो के निचे डर के साये मे पढ़ने को मजबूर बच्चे, जिम्मेदारो का नहीं जा रहा ध्यान।
वीरधरा न्यूज़।रावतभाटा@ श्री पवन मेहर।
चित्तौडग़ढ़। जिले के भैंसरोडगढ़ ब्लॉक के लोठियाना गांव के राजकीय प्राथमिक विद्यालय में तीन कमरों की टूट रही पट्टीया, बच्चों को क्षतिग्रस्त छत के नीचे बैठकर पढ़ने में लगता है डर।
शिक्षा विभाग सरकारी विद्यालयों में बच्चों का नामांकन बढ़ाने के लिए कई तरह की योजनाओं को क्रियान्वित कर नामांकन बढ़ाने पर जोर दे रहा है ।
लेकिन विद्यालयों में बच्चों के बैठने की व्यवस्था की बात की जाए तो जमीनी हकीकत कुछ और ही बनी हुई है।
कहीं विद्यालयों के कक्षा कक्ष की टूटी पट्टियों के नीचे डर के साये में बैठने को मजबूर हैं बच्चे तो कहीं बरसात में छत टपक रही है। ऐसा ही मामला सामने आया भैंसरोडगढ़ ब्लॉक की ग्राम पंचायत धागड़मऊ कला के लोठियाना राजकीय प्राथमिक विद्यालय में।
शिक्षक योगेश ने बताया कि क्षतिग्रस्त भवन होने से डर सा लगा रहता है। ग्रामीणों के सहयोग से भवन के बाहर टीन शेड लगाए गए । जिसमें कुछ बच्चों को वहां बिठाकर पढ़ाया जाता है ।
वही प्रधानाचार्य हेमलता शर्मा का कहना है कि विद्यालय में 145 बच्चों व 5 शिक्षकों का स्टाफ है। ऑफिस सहित चार कमरे बने हुए हैं, जिसमें 2 कमरे में कक्षाएं संचालित है, एक कैमरा स्टोर के काम आता है। ऑफिस के अंदर भी कामकाज के साथ कक्षा 5 वी के बच्चों को बिठाकर पढ़ाया जाता है, लेकिन ऑफिस सहित 2 कमरे में की छत की पट्टियां टूटकर नीचे किसकी हुई है। जिनमें लोहे की एंगल लगाकर रोका हुआ है। पूर्व में दो बार उच्च अधिकारियों को अवगत करा दिया गया। पट्टीयों का टूटकर नीचे गिरने का अंदेशा बना हुआ है। बच्चों को पढ़ाते समय घबराहट सी बनी रहती है ।
वही कार्यवाहक पीईईओ धागड़मऊकला बजरंग लाल सुथार ने बताया कि कलेक्टर व विधायक ने कुछ समय पूर्व जर्जर भवनों की रिपोर्ट मांगी थी, जिसको लेकर सात विद्यालयों के प्रस्ताव भेजे गए, जिसमें धागड़मऊकला, लोढ़ियाना, धागढ़मऊ खुर्द शामिल है।