वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ़@डेस्क।
चित्तौडग़ढ़।भारतीय दलित साहित्य अकादमी चित्तौड़गढ़ ने सेगवा स्थित निजी निवास स्थान पर भारतीय सेना में 19 वर्ष देश की सीमाओं पर शौर्य दिखाने के बाद सेवानिवृत्त होकर घर लौटने पर भारतीय सेना के जवान श्याम लाल मीणा का अभिनन्दन एवं सम्मान किया।
भारतीय दलित साहित्य अकादमी के जिलाध्यक्ष मदनलाल सालवी ओजस्वी ने बताया कि श्याम लाल मीणा ने देश की सीमाओं पर परिवार एवं स्वयं की परवाह किए बिना अपने जीवन का स्वर्णिम समय मातृभूमि की सेवा के लिए दिया है।
भारतीय दलित साहित्य अकादमी के महासचिव बाबू लाल ने मीणा को डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की तस्वीर भेंट करते हुए कहा कि भारतीय दलित साहित्य अकादमी को आप पर गर्व है आगे जीवन में युवाओं को भारतीय सेना में जाने के लिए प्रेरित करने का आग्रह किया।
डॉक्टर भीमराव अंबेडकर मेमोरियल वेलफेयर सोसायटी के उपाध्यक्ष निर्मल देसाई ने बताया कि श्याम लाल मीणा ने अपने सेवा काल में झांसी , अखनूर, बारामुला (जम्मू कश्मीर), गलवान घाटी, लदाख में जैसे दुर्गम क्षेत्रों में देश की रक्षा में तैनात रहें।
श्याम लाल मीणा वर्तमान निवासी महेश पुरम चित्तौड़गढ़ ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए अपने सेवा काल में सेना के अनुभवों को सभी के साथ साजा किया। भारतीय दलित साहित्य अकादमी ने सुमन मीणा को अपने पति का सहयोग एवं मनोबल बढ़ाने के लिए सम्मानित किया। संतोष सालवी ने सेना के बारे जानकारी प्राप्त कर देश सेवा करने के लिए प्रेरणा ली। इस अवसर पर महेशपुरम समिति के अध्यक्ष धर्मेन्द्र मेघवाल ने अपने विचार व्यक्त करते हुए भारतीय दलित साहित्य अकादमी का मीणा को सम्मानित करने के लिए धन्यवाद दिया।