वीरधरा न्यूज़।चित्तौडग़ढ़@डेस्क।
चित्तौड़गढ़। जौहर स्मृति संस्थान के महामंत्री तेजपालसिंह शक्तावत ने बताया कि सोमवार को संस्थान के अध्यक्ष राव नरेन्द्रसिंह बिजयपुर व सहदेव सिंह नारेला, क्षत्रिय महासभा जिलाध्यक्ष की अगुवाई में सर्वसमाज के पदाधिकारियों ने राज्यपाल के नाम व जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में लिखा कि राजस्थान पत्रिका द्वारा चित्तौड़गढ़ संस्करण में दिनांक 27 अगस्त, 2023 को कपासन के सूफी संत के उर्स की खबर में शीर्षक में ‘‘मेवाड़ के राजा’’ सम्बोधित करने से समस्त हिन्दू समाज की भावना को ठेस पहुँची है। प्रारम्भ से ही मेवाड़ के आराध्य देव परमेश्वराय एकलिंगनाथ ही मेवाड़ के राजा हैं। क्योंकि मेवाड़ के महाराणा भी अपने को आराध्य देव एकलिंगनाथ के दीवान मानकर शासन किया करते थे। इसलिए उदयपुर के राजवंश के ज्येष्ठ उत्तराधिकारी को एकलिंग दीवान महाराणा कहा जाता है। मेवाड़ के राजा तो आराध्य एकलिंगनाथ ही है। फिर एक सूफी संत कैसे मेवाड़ का राजा हो सकता है। चित्तौड़गढ़ राजस्थान पत्रिका के ब्यूरो चीफ एवं कार्मिकों ने पूर्व में भी इसी प्रकार से गलत तथ्य छापा एवं फिर दुबारा इसकी पुनरावृत्ति की है। जिससे चित्तौड़गढ़ जिले के सहित सम्पूर्ण मेवाड़ के निवासी उद्धेलित है। अगर राजस्थान पत्रिका ने भूल सुधार करते हुए खेद प्रकट नहीं किया तो सम्पूर्ण मेवाड़ में उग्र आन्दोलन की समभावना है। जिसकी समस्त जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी। साथ ही सर्वसमाज ने चेतावनी दी कि शीघ्र ही भूल सुधार करते हुए चित्तौड़गढ़ पत्रिका ने खेद प्रकट नहीं किया तो एक सितम्बर को पत्रिका कार्यालय का घेराव किया जाएगा।