वीरधरा न्यूज़।चित्तौडग़ढ़@डेस्क।
चित्तौडग़ढ़।जय शिव भोले भक्तों द्वारा निकाली गई कावड़ यात्रा में सबसे पहले घोड़े थे घोड़े के पीछे बैण्ड था बैण्ड के पीछे भोले के भजनो पर आनंद लेने वाली मातृशक्ति बहने महिलाए थी वह उसके बाद लगभग ढाई सौ से ज्यादा कांवड़ उठाई महिला थी जो महादेव के घोष के साथ आनंद ले रहे उनके पीछे ढोल कि थाप पर नाचने वाले लगभग 2000 से अधिक युवाओं का हुजम था जो भगवा झंडौ के साथ महादेव के नारों से गुंजान मय माहौल था उनके पीछे डमरु झांझर ताशे शंख बजाने वाले युवाओं का एक अलग की ग्रुप था जो अपने आप में शिव की भक्ति में मग्न थे उनके पीछे महाबली शिव जी नीलकंठ शिव जी भबूती वाले शिव जी शिव गण नंदी भूत आदि थे जिसमें कोई तांडव कर रहा था कोई नृत्य कर रहा था विशेष आकर्षण महाबली शिवजी थे उनके पीछे रथ में रखी भगवान एकलिंग नाथ की पुष्पों से सजी हुई झांकी थी कावड़ यात्रा पाडन पोल से शुरुआत हुई जो गांधी चौक गोलप्याऊ सुभाष चौक से होती हुई शंकर गट्टा स्थित चौमुखा महादेव जी पहुंची वहां महादेव जी के कावड़ मे भरे पंचामृत से जो चौमुखा महादेव जी का अभिषेक हुआ बाद में सुंदर फूलों से झांकी सजाकर आरती की गई तत्पश्चात महा प्रसादी का भी आयोजन किया गया जहां ढाई हजार अधिक जनों ने भोजन प्रसाद ग्रहण किया यात्रा के दौरान लगभग 50 से अधिक सामाजिक धार्मिक व्यापारिक राजनीतिक संगठनों ने स्वागत किया। कई जगह पुष्प वर्षा अल्पहार पेयजल की व्यवस्था रखी गई कावड़ यात्रा की शुरुआत हजारेश्वर मंदिर महंत चंद्र भारती जी महाराज विनोद यति जी महाराज ने भगवा झंडा दिखाकर कावड़ यात्रा की शुरुआत करवाई।
इस दौरान राज्यमंत्री सुरेंद्र सिंह जाड़ावत, विधायक चंद्रभान सिंह आक्या सभापति संदीप शर्मा जय शिव भोले भक्त के सयोजक मुकेश नाहटा सहित कई भाजपा कांग्रेस हिंदू संगठनों व अन्य संगठनों जिसमें व्यापारिक समाजिक संगठनों के पदाधिकारी मौजूद थे भोले मय भगवा मय माहौल था।