वीरधरा न्यूज़। चित्तौडग़ढ़@डेस्क।
चित्तौडग़ढ़।बीआरपी इनुश मोहम्मद शेख ने बताया की बीआरपी को सामाजिक अंकेक्षण का पुरे महिने काम देने, पिछले बकाया मानदेय का भुगतान करने एवं भर्ती में प्राथमिकता देने को लेकर 11 पंचायत समिति के बीआरपी ने मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर पीयुष सामरीया एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी धायगुडे स्नेहल नाना को ज्ञापन दिया।
ज्ञापन में बताया गया कि राज्य सरकार के आदेश अनुसार हमें 30 दिन का आवासीय प्रशिक्षण एवं 15 दिन का मेट प्रशिक्षण दिया गया। हमारे द्वारा अक्टूबर 2022 से लगातार अभी तक सामाजिक अंकेक्षण का कार्य संपादन किया गया। साथ ही फरवरी में वीआरपी को 5-5 दिवसीय प्रशिक्षण एवं अप्रैल-मई महिने में मेटो को प्रशिक्षण दिया गया। जिनका भुगतान हमें नहीं किया गया। इस कारण से सभी बीआरपी आर्थिक परेशानी से गुजर रहे हैं। एक पंचायत समिति में 4 बीआरपी और 70 वीआरपी काम कर रहे हैं इस तरह से जिले में औसत 50 बीआरपी 1000 वीआरपी काम कर है। हमारे द्वारा सामाजिक अंकेक्षण के साथ-साथ सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं को आम नागरिक तक पहुंचा कर उनको जागरूक भी किया जा रहा है। हमें महिने में 7-8 दिन काम दिया जाता है और मानदेय भी समय पर नहीं दिया जाता है। हमें फरवरी माह में दुर्गापुरा जयपुर में प्रशिक्षण दिया गया प्रशिक्षण के दौरान हमें बताया गया हमें महिने में 30 ही दिन काम दिया जायेगा लेकिन दिया नहीं गया। सरकार द्वारा 1886 बीआरपी की भर्ती पुरे राजस्थान में की जानी है हमें उस भर्ती में हमारे द्वारा लिए गए प्रशिक्षण के आधार पर हमे प्राथमिकता दिलवाई जाये एवं वीआरपी का चयन नियमानुसार 5 दिवसीय प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले का किया जावे एवं रिकॉर्ड समय पर दिया जावे आदि मांगों को लेकर ज्ञापन दिया गया।
इस अवसर पर बीआरपी लाभचंद, मंजु,रतन, सुरेश, कैलाश, रामेश्वर, विकास, आशा, हिना, कैलाश, कुलदीप, भागवन्ती, अनुराधा, दुर्गा, कला, नसीम, गायत्री,माया, सुनिता, पिंकी, जिला कार्यकर्ता अब्दुल वाहिद आदी उपस्थित थे।