वीरधरा न्यूज़।चित्तौडग़ढ़@डेस्क।
चित्तौड़गढ़। राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय बिजयपुर में सोमवार को सेवानिवृत प्रधानाचार्य ज्ञान मल खटीक को विदाई दी गई। सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य ने कहा कि मैंने हमेशा अपने जीवन काल में शिक्षा को महत्व दिया है और अपनी शिक्षा के द्वारा में बच्चों का बेहतर भविष्य बना सकूं इसके लिए मैं हमेशा प्रयासरत रहा। शिक्षक रहते मुझे चित्तौड़गढ़ जिले के विभिन्न क्षेत्रों के बच्चों को पढ़ाने का मौका मिला। आज मुझे इस बात पर ज्यादा खुशी हो रही है कि मैं पिछले 7 वर्षों से गांव बिजयपुर मैंने अपने कार्यकाल की आखिरी सेवाएं दी है। उन्होंने बच्चों को शिक्षा पर ध्यान देने की सलाह दी।
इस दौरान ग्राम पंचायत बिजयपुर के सरपंच श्याम लाल शर्मा ने सेवानिवृत प्रधानाचार्य के कार्यों की सराहना करते हुए उनके आगे के जीवन के लिए शुभकामनाएं देते हुए कहा कि ऐसा क्षण हर शिक्षक के जीवन में आता है। उनके द्वारा विद्यार्थियों को दिए गए ज्ञान से उच्च पदों पर आसीन है या फिर अपने व्यवसाय में उन्नति कर रहे हैं। इस अवसर पर उन्होंने उनके स्वस्थ रहने की कामना की।
इस अवसर पर बिजयपुर गांव निवासी व उद्योगपति महेश चंद्र लड्ढा ने कहा कि शिक्षक विद्यार्थियों की नींव मजबूत करता है और उसके जीवन में उन्नति के लिए मार्ग प्रशस्त करता है विद्यार्थी अपने शिक्षक को कभी नहीं भूलता है। प्रधानाध्यापक ज्ञानमल खटीक ने अपने कार्यकाल के दौरान जो भी उल्लेखनीय कार्य किए हैं वह हमेशा याद रखे जाएंगे।
उपस्थित सभी अतिथियों ने सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य को साफा पहनाया, माला पहना कर उन्हें स्मृति चिन्ह व अभिनंदन पत्र भेंट कर उनका सम्मान किया।
इस अवसर पर इस अवसर पर पूर्व प्रधानाचार्य छोटू लाल दमामी, गुर्जर गोड समाज अध्यक्ष संजय कुमार शर्मा, एडवोकेट प्रवीण टॉक, वार्ड पंच राजेंद्र कुमार पाराशर, बनवारी माली, ओम सोनी, अमित चेचानी सहित विद्यालय स्टॉफ दिलीप शर्मा, ख्याली लाल, मुकेश कुमार धाकड़, अर्पित शर्मा, प्रिया रजक, रूबी यादव उपस्थित रहे।