करोड़ो कि लागत से बना घटियावली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हो रहा अनुयोगी साबित, रोगी परेशान, जिम्मेदार बेखबर।
वीरधरा न्यूज़। चित्तौडग़ढ़@डेस्क।
चित्तौडग़ढ़। वैसे तो गहलोत सरकार द्वारा जगह जगह चिकित्सा केंद्र खोलकर आमजन के लिए चिकित्सा सुविधा बढ़ाने का काम किया जा रहा है लेकिन जिला मुख्यालय के निकटवर्तीय घटियावली पंचायत मुख्यालय पर करोड़ो कि लागत से बना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र आमजन के लिए अनुपयोगी साबित हो रहा वही यहाँ कार्यरत सरकार से मोटी तनखाह उठाने वाले चिकित्सक भी लापरवाही करते नजर आ रहें जिससे ना सिर्फ यहाँ आने वाले मरीजों व परिजनों मे बल्कि क्षेत्र के लोगो मे भी खासा रोष है।
भाटियों का खेड़ा निवासी शेरू खान ने बताया की घटियावली स्थित क्षेत्र के सबसे बड़े हॉस्पिटल जहां पर करीब 20 लोगों का स्टाफ होने के बावजूद भी ग्रामीण जनों को इसकी सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है।
बता दे कि शेरू खान अपनी पत्नी को लेकर रात को 11 बजे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र घटियावली पर आया था दर्द से परेशान अपनी पत्नी की डिलीवरी के कारण यहां आने के बाद महिला नर्स द्वारा बताया गया कि 4- 5 दिन लगेंगे अभी यहां पर वार्ड में सो जाओ और सुबह उठकर अपने घर पर चले जाना और बिना चिकित्सक को बुलाये और बिना किसी जाँच के वह अपने निवास स्थान पर जाकर सो गई रात को अत्यधिक दर्द होने के बाद एंबुलेंस मंगवानी पड़ी और अपनी पत्नी को लेकर सांवरिया जी राजकीय जिला चिकित्सालय पहुंचा, जहा पर्ची बनाते वक्त ही पत्नी ने एक बेटी को जन्म दिया।
शेरू बताया कि अगर समय से मैं जिला अस्पताल नहीं लाता और उन लापरवाह चिकित्सकों के भरोसे घर ले जाता तो शायद मेरी पत्नी को मेरी बच्ची को मरना पड़ता।
ग्रामीणों ने बताया कि आए दिन इस इस प्रकार की समस्या बनी रहती है कई बार अधिकारियो को भी अवगत करवाया लेकिन कोई सुनवाई नहीं करते जिससे क्षेत्रवासी खासे परेशान है और अस्पताल के लापरवाह स्टाफ को लेकर क्षेत्र मे खासा रोष है।
पहले भी हो चुकी अप्रिय घटना
इसी अस्पताल मे कुछ समय पहले भी समय पर इलाज नहीं करने के चलते एक बच्चे कि मौत हो गईं जिस पर ग्रामीणों के हंगामे के बाद सीएमएचओ और तहसीलदार मोके पर पहुचे और लापरवाही पर नोटिस भी जारी कि और यहाँ से कुछ चिकित्साओ को हटाया भी गया लेकिन कुछ ही दिनों मे वापस वही लगा दिया जिससे भी क्षेत्रवासियो मे रोष है।