सामरी मे हुआ ब्लॉक स्तरीय प्रधानाचार्य सत्रारंभ वाकपीठ का उदघाटन। मौजूदा वक़्त में संस्कार निर्माण में गुरुओं की महत्ता अहम- राज्यमंत्री जाड़ावत।
वीरधरा न्यूज़।शम्भूपुरा@डेस्क।
शम्भूपुरा।मौजदा समय में शिक्षकों की भूमिका बेहद अहम होती जा रही है खासकर जब इंटरनेट के इस युग में हमारी युवा पीढ़ी कई मामलों में दिशा भ्रम का शिकार हो रही है। संस्कार निर्माण में मां के बाद गुरुजन का स्थान आता है। हमारे पौराणिक और एतिहासिक महापुरुषों के जीवन में भी हमेशा गुरुओं का अतिरिक्त महत्त्व देखा गया है। राज्य सरकार ने विद्यालयों की क्रमोन्नति और जिले में उच्च शिक्षा के लिए सुदृढ़ वातावरण बनाने में उत्साहपूर्वक कार्य किया है। वाकपीठ के प्रतिभागियों से शिक्षा जगत को बहुत आस है और वक़्त की ज़रूरत के मुताबिक़ अंग्रेजी भाषा की मजबूती के लिए भी समाज आपकी तरफ देखता है।
यह वक्तव्य राज्यमंत्री सुरेन्द्र सिंह जाड़ावत ने राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय सामरी में आयोजित ब्लॉक स्तरीय प्रधानाचार्य सत्रारंभ वाकपीठ के उदघाटन सत्र में बतौर मुख्य अतिथि दिया। श्री नारायण सिंह व्यायामशाला में आयोजित समारोह में पंचायत समिति क्षेत्र के लगभग सत्तर प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष विक्रम जाट ने की वहीँ बतौर विशिष्ट अतिथि शहर कांफ्रेस अध्यक्ष अनिल सोनी, अरनियापंथ सरपंच कालू लाल जाट, बूथ अध्यक्ष श्रीलाल गुर्जर, पूर्व सरपंच सामरी किशन मेघवाल, छात्र नेता विष्णु मेघवाल ने शिरकत की।
मीडिया प्रभारी संजय कोदली के अनुसार समारोह में मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी जया रानी राठौड़ ने अतिथियों का स्वागत करते हुए वाकपीठ की रूपरेखा पर विचार व्यक्त किए। अतिथियों का पगड़ी और तिरंगा उपरने पहनाकर वाकपीठ कार्यकारिणी के अध्यक्ष दिलीप कुमार जैन, उपाध्यक्ष बंशी लाल मीणा, शारदा शर्मा, मंत्री ब्रजेश होल्कर, विनोद राठी, कोषाध्यक्ष गणेश लाल खटीक ने स्वागत किया।
समारोह का संचालन आयोजक संस्थान के प्राचार्य एवं वाकपीठ सचिव अय्यूब खान ने किया।
इस मौके पर डॉ. श्वेता मेहरा के निर्देशन में सामरी स्कूल की छात्राओं ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी। पूजा जाट और पूनम राजपूत ने युगल नृत्य के माध्यम से स्वागत किया वहीं खुशबू कँवर और राधिका बैरागी के दल ने लोकदेवता राम सा पीर केन्द्रित समूह नृत्य पेश किया। वाकपीठ में विभिन्न विशेषज्ञ साथियों ने वार्ताएं दी जिनमें प्राचार्य मीनाक्षी वर्मा, अनुराधा आर्य, सुभाष चन्द्र मेडतवाल शामिल हैं।