प्रधान राणावत ने किया लुनेरा विद्यालय का ओचक निरीक्षण, अव्यवस्थाओ को देखकर उखड़े, बोले:लाखों कि तनख्वा लेकर एक विद्यालय को साफ सुथरा नहीं रख सकते।
वीरधरा न्यूज।जाशमा@ श्री अशोक शर्मा।
भूपालसागर।लाखों कि तनख्वा लेकर एक विद्यालय को साफ सुथरा नहीं रख सकते हो, अपने घर में भी ऐसी गन्दगी रखते हो यह बात प्रधान हेमेन्द्र सिंह राणावत ने लुणेरा राजकिय उच्च माध्यमिक विद्यालय में ओचक निरीक्षण के दौरान गांव के नाले से दो दो फीट पानी भरने पर विद्यालय पहुंचने पर कार्यवाहक प्रधानाचार्य को लताड़ लगाते हुए कही। प्रधान विद्यालय पहुंचे उससे पुर्व ग्राम पंचायत द्वारा जेसीबी कि सहायता से नाले को चौड़ा करने का कार्य प्रारम्भ हो गया था। प्रधान ने विद्यालय के सभी कक्षा कक्षों का निरीक्षण किया साथ ही बरामदे में फैल रहे किचड़ एवं विद्यालय परिसर में उग रहे खरपतवार देखकर प्रधानाचार्य को फटकार लगाते हुए कहा कि यह काम तो आप भी करवा सकते थे। इतना बजट तो विद्यालय में भी होगा, अगर नहीं था तो मैरे पास आते या भामाशाहों से भी मदद करवा लेते। प्रधान ने प्रधानाचार्य से पुछा कि आपको कितनी तनख्वा मिलती है तो प्रधानाचार्य ने धिरे से कहा एक लाख तेरह हजार जिस पर प्रधान ने कहा आपके घर में भी ऐसी ही गन्दगी रखते क्या, आप अपने बच्चों को ऐसी जगह पढने भेजोगे। प्रधान राणावत ने पुरे विद्यालय कि व्यवस्थाओ को बारीकि से देखा तो उनका मन पसीज गया तथा प्रधानाचार्य कक्ष में तीन घण्टे तक बैठ गये तथा जिला शिक्षा अधिकारी से लेकर सीडीओ, सीबीइओ को खरी खेटी सुनाते हुए कहा कि आपको शर्म नहीं आ रही है विद्यालय के ऐसे हालात है और आप आँखे मुंदकर बैठे हुए हो। प्रधान ने विद्यालय से निकलने वाले नाले के लिए 5 लाख कि घौषणा करते हुए कहा कि अगर और भी बजट कि जरूरत होगी तो पंचायत समिति से दिया जायेगा। इतने में कार्यवाहक मुख्य शिक्षा अधिकारी सुरेशचन्द्र योगी भी विद्यालय पहुंचे तथा बारीश में बच्चों के बैठने के लिए उचित व्यस्था करने का आश्वासन दिया। साथ ही विद्यालय के नवीन भवन का प्रस्ताव बनाकर उच्चाधिकारीयों को भेजने का आश्वासन दिया तथा समसा से भी दो कमरे स्वीकृत कराने कि बात कही।
प्रधान ने सरकार को भी जमकर कोसा
प्रधान राणावत ने वर्तमान सरकार को जमकर कोसते हुए कहा कि राज्य सरकार विद्यालय खोलने में तो बढचढकर वाहवाही लुट रही है मगर व्यवस्थाओं के नाम पर शून्य साबित हो रही है, सरकारी विभागों में कर्मचारी आधे भी नहीं है।पंचायति राज विभाग में एक विकास अधिकारी के पास तीन से चार पंचायत समिति का चार्ज है, सहायक अभियन्ता के पास भी विकास अधिकारी के चार्ज है और विद्यालयों में व्याख्याता से लेकर शिक्षकों कि भारी कमी है। लुणेरा विद्यालय को उच्च माध्यमिक बने हुए करीब दो वर्ष हो चुके है मगर यहां पर अभी तक एक भी प्रधानाचार्य का पदस्थापन नहीं हुआ है। ऐसे में भला कैसे सही शिक्षा मिलेगी। प्रधान ने कार्यवाहक प्रधानाचार्य एवं उपस्थित ग्रामीणों को विद्यालय विकास के लिए आगे आने के लिए कहा और विद्यालय में ही बैठे एक लाख के करीब विकास राशी एकत्रित कर ली गई।
ग्रामीण बोले पहली बार ऐसा कोई नेता आया है
प्रधान के विद्यालय में तीन घण्टे तक डटे रहने तथा उच्चाधिकारीयों से मोबाईल से बात कर विद्यालय में आ रही समस्या से निजात दिलाने के प्रयास को ग्रामीणों ने सराहा ग्रामीणों ने कहा कि आज दिन तक लुणेरा में ऐसा कोई नेता या अधिकारी नहीं आया है, जिसने विद्यालय विकास के लिए सोचा हो सभी आये और अपना अपना उल्लु सीधा करके निकल जाते हैं।
प्रशासन के नहीं आने पर भी जताई नाराजगी कहा धिक्कार है एसे अधिकारीयों को
प्रधान राणावत ने प्रशासन को मोबाईल से फोन करके विद्यालय कि वस्तु स्थिति देखने एवं ग्रामीणों को आश्वस्त करने तथा छात्र छात्राओं के शिक्षा अर्जन के लिए बैठने हेतु पर्याप्त व्यवस्था करने के लिए कोई भी प्रशासन का नुमाईन्दा नहीं आने से नाराजगी जाहीर करते हुए कहा एसडीएम, जिला शिक्षा अधिकारी, सीडीओ अगर विद्याथियों के लिए ऐसे समय में विद्यालय नहीं आ सके, तो इनका कोई मतलब नहीं रह जाता।