वीरधरा न्यूज़। बिनोता @ श्री राम सिंह मीणा रघुनाथपुरा।
बड़ीसादड़ी।कृषि विज्ञान केन्द्र चित्तौडगढ द्वारा असंस्थागत कृषक प्रशिक्षण गांव आछोड़ा पंचायत समिति चित्तौड़गढ़ में आयोजित किया गया। यह असंस्थागत प्रशिक्षण मक्का एवं सोयाबीन की फसल में खरपतवार प्रबंधन पर आधारित था जिसमें गांव से कुल 25 कृषको ने भाग लिया।
केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ. रतनलाल सोलंकी ने किसानों को मक्का एवं सोयाबीन की फसल में खरपतवार प्रबंधन के बारे में बताया कि मक्का की खड़ी फसल में घास कुल एवं चौड़ी पत्ती खरपतवार को प्रभावी रूप से नियंत्रण करने के लिए एट्राजीन 500 ग्राम और टेम्बोट्रियोन 120 सक्रिय तत्व प्रति हैक्टर बुवाई के 20-25 दिन अन्दर पर प्रयोग कर चारा को नियत्रित किया जा सकता है। साथ ही सोयाबीन की खड़ी फसल में खरपतवार नियंत्रण हेतु अंकुरण के 15-20 दिन बाद इमेजाथापर 100 ग्राम 500-600 लीटर पानी में घोलकर फसल पर छिड़काव करने पर चारा नियंत्रण किया जा सकता है। उपस्थित कृषको को मक्का की खरपतवार नियंत्रण हेतु सी.एस.आर. बिरला सीमेंट की तरफ से एट्राजीन एवं टेम्बोट्रियोन खरपतवार नाशक दवा उपलब्ध कराई।
अखिलेश पाण्डे, सी.एस.आर. बिरला सीमेंट ने खरपतवार नियंत्रण हेतु दवा का घोल बनाने का प्रायोगिक तरीका बताया एवं कृषक प्रशिक्षण में पधारे किसानो को धन्यवाद अर्पित किया।