राज्यमंत्री जाडावत ने की शहर के बालिका विद्यालय में टीन शेड के शिलान्यास के साथ ही चार कक्षा कक्ष की घोषणा।
वीरधरा न्यूज़। चित्तौडग़ढ़@ श्री दुर्गेश कुमार लक्ष्यकार।
चित्तौडग़ढ़।राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय शहर चितौड़गढ़ में टीन शेड शिलान्यास कार्यक्रम राज्यमंत्री सुरेंद्र सिंह जाड़ावत तथा सभापति नगर परिषद चित्तौड़गढ़ संदीप शर्मा के आतिथ्य में आयोजित हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला शिक्षा अधिकारी प्रमोद दशोरा ने की।
अतिथियों का स्वागत प्रधानाचार्य प्रज्ञा जैन और जिला शिक्षा अधिकारी कल्पना शर्मा ने किया।
स्वागत उद्बोधन के साथ ही प्रधानाचार्य ने विद्यालय में संचालित विभिन्न प्रकार की गतिविधियों और छात्राओं द्वारा प्राप्त विशिष्ट उपलब्धियों बारे में अवगत करवाया।
विद्यालय में छात्राओं के अनुपात में कक्षा कक्ष की कमी को देखते हुए राजमन्त्री जाड़ावत ने चार कक्षा कक्ष के निर्माण की घोषणा की।
मुख्य अतिथि सुरेंद्र सिंह जाड़ावत ने अपने उद्बोधन में बालिका शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि बालिका एक घर को नहीं बल्कि दो घरों को रोशन करती है, उन्होंने बालिकाओं को शिक्षा के क्षेत्र में उच्च अध्ययन करते हुए डॉक्टर, इंजीनियर, कलेक्टर बनकर देश और समाज के हित में कार्य करने के लिए प्रेरित किया।
नगर परिषद सभापति संदीप शर्मा ने अपने संक्षिप्त उद्बोधन मे ग्रामीण छात्राओं के उच्च अध्ययन के लिए खोले गए घोसुंडा और बस्सी जैसे महाविद्यालयों के बारे में बताया।
मंत्रोचार के साथ ही विधिवत शिलान्यास पट्टिका अनावरण सभी अतिथियों के साथ ही प्रधानाचार्य प्रज्ञा जैन, पार्षद पूजा खटीक और एनएसएस की छात्राओं द्वारा किया गया।
इस अवसर पर अध्यक्ष मंडल हेरिटेज जॉन बालमुकुंद मालीवाल, उपसभापति नगर परिषद कैलाश पवार, पार्षद विजय चौहान, देवराज साहू,घोष मोहम्मद, सुमित मीणा, सुमंत सुहालका, रंजीत लोट, राजेश चावला, नरेंद्र राठौड़, कमल गुर्जर आदि जनप्रतिनिधियों के साथ ही शिक्षा विभाग से प्रारंभिक जिला शिक्षा अधिकारी राजेंद्र शर्मा, अतिरिक्त ब्लॉक शिक्षा अधिकारी नरेंद्र गदिया, प्रधानाचार्य पुरुषार्थी शंभूलाल भट्ट, प्रधानाचार्य मेजर नटवर प्रकाश शर्मा, प्रधानाचार्य बोरदा पंकज शर्मा, अधिशासी अभियंता रमेश बलाई तथा कनिष्ठ अभियंता मीनाक्षी उपस्थित थे।
स्थानीय विद्यालय से नीता दशोरा, महिपाल, गोपाल व्यास गोपेश कोदली, अर्जुन सिंह शक्तावत, सीमा दशोरा,भंवर कंवर तंवर, सुमिता चाहर, आशा अचार्य,व पूरे स्टाफ ने कार्यक्रम में सहयोग दिया।
संचालन व्याख्याता पूर्णिमा मेहता ने किया और आभार कमलेश दायमा ने व्यक्त किया।