जाशमा-गांधी दर्शन यात्रा के साथ भूपालसागर मे प्रशिक्षण शिविर हुआ आयोजित सैकड़ों की संख्या में लोगों ने लिया भाग।
वीरधरा न्यूज़।जाशमा@ श्री अशोक शर्मा
जाशमा।राज्य सरकार के निर्देशानुसार शांति एवं अहिंसा विभाग के तत्वाधान में भोपाल सागर में रविवार को एकदिवसीय गांधी जीवन दर्शन प्रशिक्षण आयोजित हुआ। कार्यक्रम से पूर्व उपखंड कार्यालय से गांधी दर्शन यात्रा को प्रारंभ किया गया जिसमें सैकड़ों की संख्या में महिलाएं युवा स्काउट के छात्र छात्रा सहित नगर के संभ्रांत नागरिकों सहित महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति के सदस्य शामिल थे, यह यात्रा मुख्य बाजार से होती हुई कोठारी वाटिका पहुंची जिसमें आगे की पंक्तियों में कई बालक गांधीजी कि वेशभूषा धारण करते हुए राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के सिद्धांतों का नारों के साथ यात्रा का संचालन कर रहे थे। कोठारी वाटिका में आयोजित प्रशिक्षण शिविर में सर्वप्रथम मुख्य अतिथि जिला संयोजक दिलीप नेभनानी एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व विधायक शंकरलाल बैरवा ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की तस्वीर पर माल्यार्पण कर गांधी भजन की प्रस्तुति के साथ कार्यक्रम को विधिवत प्रारम्भ किया गया।
तत्पश्चात भोपाल सागर शांति एवं अहिंसा प्रकोष्ठ के ब्लॉक संयोजक दिलीप कुमार जैन ने स्वागत उद्बोधन देते हुए आए हुए सभी अतिथियों का मेवाड़ी परंपरा से पगड़ी एवं माल्यार्पण कर सभी का स्वागत किया। इसी क्रम में गांधी प्रशिक्षण शिविर की विषय वस्तु का प्रवर्तन करते हुए मुख्य वक्ता के रूप में शांति एवं अहिंसा प्रकोष्ठ के जिला प्रवक्ता डॉ.गोपाल सालवी ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हिंद स्वराज लेखन एवं 1915 में दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटने पर विविध घटनाओं एवं राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के द्वारा तत्कालीन भारत में फैली महामारी के नियंत्रण हेतु किए गए उपायों एवं सेवा समर्पण की भावना से अवगत कराया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए पूर्व विधायक शंकरलाल बैरवा ने राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं एवं शांति एवंअहिंसा विभाग की महत्ता पर प्रकाश डाला। मुख्य अतिथि के रुप में बोलते हुए दिलीप नेभनानी ने बताया कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के विचार आज भी प्रासंगिक है। और इस विचारधारा के माध्यम से हम अपना जीवन उन्नत एवं खुशहाल बना सकते हैं। गांधी जीवन दर्शन में चाहे महिला सशक्तिकरण की बात हो या स्वावलंबन की बात हो या बुनियादी शिक्षा का आयाम हो। साथ ही वर्तमान की परिस्थितियों में शांति एवं अहिंसा विभाग के कार्यों के बारे में विशेष विवेचना प्रस्तुत की। प्रथम सत्र के दौरान ही अन्य वक्ताओं में शिव शंकर उपाध्याय एवं वरिष्ठ व्याख्याता ताज मोहम्मद ने भी गांधी जीवन दर्शन पर अपनी बात रखी । प्रशिक्षण शिविर का द्वितीय सत्र दोपहर 3:00 बजे प्रारंभ होगा जिसमें राजस्थान सरकार के राज्यमंत्री डॉ. शंकर यादव मुख्य अतिथि रहे कार्यक्रम की अध्यक्षता कपासन नगर अध्यश शंकर लाल प्रजापत ने की। डॉ. यादव ने मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए हिंद स्वराज पुस्तक के बारे में कहा कि कि गांधी साहित्य में हिंद स्वराज्य का वही स्थान है जो बौद्ध धर्म धम्मपद का है मार्क्सवादी विचारधारा में कम्युनिस्ट मेनिफेस्टो का है । उसी प्रकार भारत की हर पीड़ा को इस पुस्तक में व्यक्त किया गया है। और कहा की विश्व के हर कोने में आज गांधी को देखने समझने की प्रवृत्ति बढ़ती जा रही है। आज के समय में प्रत्येक क्रियाकलापों में गांधी दृष्टि को उपस्थित करके उसे जनकल्याणकारी माध्यमों में बदला जा रहा है। इसी संदर्भ में राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं के माध्यम से आमजन को लाभान्वित किया है। यही गांधीवाद की आधुनिक सोच है जिसे हमें अपनाना होगा। शिविर के दौरान ही लोक कलाकार भेरूलाल के द्वारा गांधी भजन की प्रस्तुति राजस्थानी अंदाज में दी गई जिसे प्रतिभागियों में काफी सराहा गया। इसी क्रम में उपखंड क्षेत्र में 10वीं एवं 12वीं में उच्चतम अंक हासिल करने वाले कला एवं विज्ञान वर्ग के प्रथम एवं द्वितीय रैंक लाने वाले छात्र-छात्राओं को प्रमाण पत्र के द्वारा सम्मानित किया गया। आयोजित कार्यक्रम में उपखंड अधिकारी अमिता मान पंचायत समिति विकास अधिकारी सुरेश गिरी, सीबीईओ सतीश शर्मा, सीडीपीओ रजनी जैन, कपासन नगर अध्यक्ष शंकर लाल प्रजापत, गांधी प्रशिक्षण शिविर की उपखंड प्रभारी खुशबू बारेगामा, ब्लॉक अध्यक्ष गोपाल लाल गुर्जर, कपासन गांधी दर्शन ब्लॉक समिति सदस्य गुड्डू खान, पंचायत समिति सदस्य सुरेश गाडरी, सह संयोजक फिरोज अली, अनुसूचित जाति लीडर मिशन प्रोग्राम के प्रदेश समन्वयक देवीदयाल सालवी,हरीश कुमार बारेठ सहित शिक्षा विभाग एवं गांधी दर्शन के सदस्य लोकेश कुमार शर्मा विजय बारेगामा शंकर लाल खटीक, एवं पंचायती राज के कई अधिकारी मौजूद रहे प्रशिक्षण शिविर के कार्यक्रम का मंच संचालन दलिचनद बैरवा व व्याख्याता मुरलीधर शर्मा ने किया। सह संयोजक फिरोज अली के अनुसार आयोजित प्रशिक्षण शिविर में 435 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया।