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डूंगला-सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा का बिलोट मे हुआ समापन 21 जोड़ों ने मंत्रोच्चार के साथ हवन में दी आहुतिया।

 

वीरधरा न्यूज़। डूंगाला@ श्री अमन अग्रवाल।

डूगला। उपखंड क्षेत्र के बिलोट में राम भक्त हनुमान मंदिर परिसर में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद भागवत महापुराण ज्ञान यज्ञ कथा हवन व पूर्णाहुति तथा विशाल महाप्रसादी के साथ रविवार को समापन हुआ।
भागवत कथा के अंतिम दिन स्वामी रामस्वरूप दास द्वारा श्रीमद् भागवत कथा का समापन करते हुए कृष्ण रुक्मणी विवाह के कई मार्मिक तथ्य सुनाएं। साथ ही कई कथाओं का वर्णन कर भक्तों को धर्म के प्रति प्रेरित किया।
कथा समापन के दौरान कथावाचक स्वामी रामस्वरूप दास ने भक्तों को भागवत को अपने जीवन में उतारने की बात कही। वही बताया की धर्म ही मानव जीवन का उद्धार करती है तथा भव पार लगाती है। सभी मानव को अपना जीवन धर्म की ओर अग्रसर करना चाहिए । कथा के अंतिम दिन सुदामा चरित्र के माध्यम से भक्तों के सामने दोस्ती की मिसाल पेश की, और समाज में समानता का संदेश दिया। साथ ही भक्तों को बताया कि श्रीमद्भागवत कथा का 7 दिनों तक सेवन करने से जीवन का उद्धार हो जाता है। वही इसे कराने वाले भी पुण्य के भागी होते हैं। सच्चा मित्र वही है जो अपने मित्र की विपत्ति में साथ दें, उसे अपने से नीचे रखने के बजाय समकक्ष बनाने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि मित्रता का अर्थ स्वार्थ नहीं बल्कि सहयोग और समर्पण होना चाहिए।
इस धार्मिक अनुष्ठान के अंतिम दिन स्वामी रामस्वरूप दास द्वारा भगवान कृष्ण की सर्वोपरि लीला, रासलीला, मथुरा गमन, दृष्ट कंस राजा के अत्याचार से मुक्ति के लिए कंस वध, कुब्जा उद्धार, शिशुपाल वध, रुक्मणी विवाह, सुदामा चरित्र का वर्णन कर लोगों को भक्ति रस में डुबो दिया। इस दौरान कथा में भजन गायन ने उपस्थित लोगों को भक्ति ताल व धुन पर नृत्य करने के लिए विवश कर दिया।
सुंदर समाज के निर्माण के लिए युवाओं को प्रेरित किया , इसके साथ ही राष्ट्रभक्ति को मजबूत करने का भी आह्वावान किया।
स्वामी रामस्वरूप दास द्वारा विगत 7 दिनों तक भगवान कृष्ण के वात्सल्य प्रेम, असीम प्रेम के अलावा उनके द्वारा किए गए विभिन्न लीलाओं का वर्णन कर वर्तमान समय में समाज में व्याप्त अत्याचार, अनाचार, कटुता, व्यभिचार को दूर कर सुंदर समाज निर्माण के लिए युवाओं को प्रेरित किया। कथा का वाचन प्रतिदिन दोपहर 11से शाम 3 बजे तक किया गया।

विशाल महा प्रसादी का हुआ आयोजन
भागवत कथा कार्यक्रम के दौरान आसपास के क्षेत्रों सहित दूरदराज के भी ग्रामीण शहरी भक्तों ने कथा का लाभ लिया। 7 दिनों तक इस कथा में पूरा वातावरण भक्ति मय रहा। कथा की समाप्ति पर समस्त ग्राम वासियों द्वारा विशाल महा प्रसादी का आयोजन किया गया। महा प्रसादी में हजारों ग्रामीणों ने प्रसाद ग्रहण कर कार्यक्रम का लाभ लिया।

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