निम्बाहेड़ा-चित्तोड़ हाईवे रोड पर नाकाबन्दी मे अल्टो कार से 105 किलोग्राम अवैध गांजा जब्त, दो आरोपी गिरफ्तार।
वीरधरा न्यूज़।चित्तौडग़ढ़@डेस्क।
चित्तौड़गढ़। सदर चित्तौड़गढ़ थाना पुलिस ने नाकाबंदी के दौरान एक अल्टो कार में परिवहन किया जा रहा 105 किलोग्राम अवैध गांजा व तस्करी में एस्कोर्टिंग कर रही अल्टो कार को जब्त कर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। भीलवाड़ा जिले के निवासी दोनों आरोपी निम्बाहेड़ा की तरफ से अवैध गांजा लाकर भीलवाड़ा ले जा रहे थे।
जिला पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यन्त द्वारा अवैध मादक पदार्थों की तस्करी व परिवहन करने वालो के विरुद्ध कार्यवाही हेतु चलाये जा रहे विशेष अभियान के तहत एएसपी बुगलाल मीना के निर्देश व डीएसपी बुद्धराज के मार्गदर्शन में शनिवार को थानाधिकारी हरेन्द्रसिंह सौदा मय जाब्ता हैडकांस्टेबल शिवलाल, कानि. बलवन्तसिंह, हेमव्रतसिंह, भजन लाल, बबलु कुमार, पृथ्वीपालसिंह व मनोहर सिंह द्वारा हाईवे रोड पर नाकाबन्दी की जा रही थी। नाकाबंदी के दौरान कानि. हेमवृतसिंह को मुखबीर से सुचना प्राप्त हुई कि निम्बाहेडा की तरफ से एक ग्रे कलर की अल्टो कार में दो व्यक्ति अवैध गांजा लेकर भीलवाड़ा की तरफ जावेंगे। मुखबीर से प्राप्त सूचना पर निम्बाहेडा की तरफ से एक अल्टो कार आयी, जिसको रुकवाने का प्रयास किया तो चालक ने कार को नही रोककर नाकाबन्दी बैरीकेट्स के साईड से नाकाबन्दी तोड़कर निकालने का प्रयास किया। पुलिस जाब्ता ने पुनः बैरीकेट्स लगाया व कानि भजन लाल द्वारा उक्त वाहन के स्टोप स्टीक से गाड़ी को पंचर कर रुकवाया।
कार के अन्दर दो व्यक्ति मिले, जिन्हें डिटेन कर पूछताछ में उक्त कार में अवैध गांजा ले जाना व तस्करी में एक अन्य कार भी एस्कोर्टिंग करना बताया। एस्कोर्टिंग कर रही कार का पुलिस द्वारा पीछा किया गया तो पुलिस को पीछा करता देख एस्कोर्ट कर रही कार का चालक कार को मौके पर छोड़ फरार हो गया।
पुलिस द्वारा कार की नियमानुसार तलाशी ली गई तो कार की पीछली सीट पर खाकी कलर की टेप चिपके हुये 21 पैकेटों में कुल 105 किलोग्राम अवैध गांजा मिला।
105 किलोग्राम अवैध गांजा व दोनों अल्टो कार को जब्त कर आरोपी जोधा का खेड़ा थाना आसीन्द जिला भीलवाडा निवासी 20 वर्षीय गोपाल गुर्जर पुत्र अमरा गुर्जर व शिवपुरा थाना करेड़ा जिला भीलवाड़ा निवासी 23 वर्षीय मुल सिंह पुत्र दीप सिंह राठौड़ राजपूत को गिरफतार किया गया है।
सदर थाना चित्तौड़गढ़ पर दोनों आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट में प्रकरण दर्ज कर अग्रिम अनुसंधान किया जा रहा है।