लालास मे मृतक के परिजनों व समाजजनो ने मुआवजे को लेकर किया प्रदर्शन, 5 लाख मुआवजे कि सहमति के बाद किया अंतिम संस्कार।
वीरधरा न्यूज़। गंगरार@ कमलेश सालवी।
गंगरार। उपखंड के लालास निवासी मदनलाल भील की ट्रैक्टर के पलटने से मृत्यु हो जाने पर माहौल गरमा गया। वही पुलिस एवं प्रशासन के सामंजस्य से दोनों के बीच मुआवजे का समझौता करवाए जाने के पश्चात मृतक के शव का अंतिम संस्कार करवा दिया गया।
थाना अधिकारी शिवलाल मीणा ने जानकारी देते हुए बताया कि लालास निवासी 45 वर्षीय मदनलाल पुत्र नाथू भील जो कि पिछले करीब 25 साल से जोजरों का खेड़ा निवासी मदन लाल अहीर नामक ठेकेदार के यहां वाहन चालक के रूप में काम करता था। घटना के अनुसार ठेकेदार मदन लाल अहीर द्वारा बारा ज़िले में जल जीवन मिशन के तहत पाइप बिछाए जाने आदि का ठेका लिया हुआ था। मृतक मदन लाल भील इसी कार्य पर नियुक्त होकर ट्रैक्टर चलाने का कार्य कर रहा था। हाल ही मे 1 मई को ट्रैक्टर चालक मदनलाल भील ट्रैक्टर पलटी खा जाने से गंभीर रूप से जख्मी हो गया। बाद में सूचना मिलने के साथ ही ठेकेदार मदन लाल अहीर आदि बारा पहुंचे तथा जख्मी मदन लाल का उपचार करवाया। वही उपचार के दौरान उसकी मृत्यु हो गई। पुलिस ने मृतक के शव को पीएम करवाकर लालास ले जाया जाना निश्चित था।
घटना की जानकारी मिलते ही भील समाज लोग मुआवजे की मांग को लेकर आक्रोषित हो गये तथा बड़ी संख्या में दूरदराज से भील समाज के लोग बुधवार को लालास ग्राम में एकत्रित होने लगे तथा मुआवजे की मांग करने लगे यही नहीं भील समाज के लोगों ने शव को लाकर ठेकेदार मदन लाल अहीर के जोजरो का खेड़ा मे स्थित मकान पर ले जा कर प्रदर्शन करने की चेतावनी दी।
इधर बड़ी संख्या मे पुलिस जाप्ता बस्सी पंहुचा तथा शव को भी बस्सी के चिकित्सालय मोर्चरी में रखवा दिया गया। दूसरी ओर बुधवार को उपखंड अधिकारी रामसुख गुर्जर रघुनाथपुरा में आयोजित शिविर को छोड़कर गंगरार पहुंचे तथा गंगरार के थानाधिकारी शिवलाल मीणा आदि के साथ लालास जाकर स्थिति को नियंत्रित किया तथा ठेकेदार मदन लाल अहीर को बुलवाएं जाने के लिए दूरभाष पर उससे बात की। तथा मृतक के परिवार को मुआवजा दिए जाने के लिए वार्ता प्रारंभ की गई यद्यपि मदन लाल अहीर के गंगरार से बाहर होने के कारण सारी बात दूरभाष पर ही की। वार्ता के दौरान भील समाज के नेता गोपाल भील, सरपंच प्रतिनिधि शंकरलाल जाट, राजू रेबारी, कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष परमेश्वर जाट मोहन लाल भील जनप्रतिनिधि गण सहित बड़ी तादाद में भील समुदाय के लोग उपस्थित थे। 2 घंटे तक चली वार्ता के पश्चात दूरभाष पर मदन लाल अहीर ने मृतक के परिजनों को बतौर मुआवजा 5 लाख रुपए जाने की बात पर सहमति प्रकट की। दोनों पक्षों की सहमति के पश्चात शव को बस्सी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मोर्चरी से लाया जा कर मृतक के परिवार जनों को सुपुर्द किया गया तथा पुलिस एवं प्रशासन की उपस्थिति में शव का अंतिम संस्कार करवाया दिया गया।