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जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कार्यालय में बाल विवाह के प्रभावी रोकथाम के संबंध में बैठक आयोजित।

 

वीरधरा न्यूज़।चित्तौडग़ढ़@डेस्क।

चित्तौड़गढ़। अक्षय तृतीया (आखातीज ), पीपल पूर्णिमा एवं अन्य अवसरों पर होने वाले बाल विवाह की रोकथाम के लिये प्रभावी कियान्वनय हेतु बुधवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कार्यालय में बैठक आयोजित की गई। बैठक के अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव एवं अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश भानू कुमार ने बाल विवाह के मूल कारणों के बारे में अवगत कराते हुए बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम 2006 के विभिन्न प्रावधानों के बारे में विस्तार से जानकारी दी तथा आमजन से जागरूक रहकर बाल विवाह की रोकथाम हेतु भागीदारी निभाने की अपील की। उन्होंने बताया कि बाल विवाह की रोकथाम हेतु जिला स्तरीय, पंचायत समिति स्तरीय व ग्राम पंचायत स्तरीय टास्क फोर्स का गठन किया गया है, जो अपने क्षेत्र में सतर्कता से निगरानी रखते हुए बाल विवाह की रोकथाम हेतु जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करेगी तथा बाल विवाह की सूचना प्रशासन अथवा पुलिस को उपलब्ध कराते हुए आवश्यकता होने पर विधिक सहायता उपलब्ध कराएगी।
बैठक में उपखण्ड अधिकारी रामचन्द्र खटीक द्वारा पारिवारिक व सामाजिक सौहार्द बनाए रखने के दबाव में शिकायत नहीं करने की सोच से ऊपर उठकर बालकों के बेहतर भविष्य निर्माण हेतु बाल विवाह की सूचना पुलिस व प्रशासन को देने की अपील की। बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहाना खान ने बताया कि बाल विवाह में सम्मिलित प्रत्येक व्यक्ति इस अपराध में बराबर का भागीदार होता है, इसलिए इस अपराध में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष किसी भी रूप में सम्मिलित नहीं हो तथा बाल विवाह की सूचना प्रशासन अथवा पुलिस को दे ताकि इसे रोका जा सके। बाल कल्याण समिति की अध्यक्षा प्रियंका पालीवाल ने बैठक में उपस्थित विवाह से संबंधित डीजे वाले, फोटोग्राफर, प्रिंटिंग प्रेस, हलवाई, पंडित आदि को दूल्हे या दुल्हन की उम्र का सत्यापन होने के पश्चात ही विवाह के ऑर्डर लेने हेतु निर्देशित किया।
जिला बाल संरक्षण ईकाई के चन्द्र प्रकाश जीनगर ने बैठक में उपस्थित सभी सदस्यों से बाल विवाह को रोकने हेतु इस अभियान में सहयोग प्रदान करने हेतु प्रेरित किया। बैठक में समाज कल्याण विभाग से विकास खटीक, महिला एवं बाल विकास विभाग से रूचि भुकल, शिक्षा विभाग से मुकेश चौकड़ा, बाल गृह, बाल कल्याण समिति, महिला अधिकारिता विभाग, आसरा विकास संस्थान, ज्ञानदीप केयर आदि के प्रतिनिधिगण उपस्थित रहे।

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