वीरधरा न्यूज़।जाशमा @अशोक शर्मा
जाशमा।क्षेत्र के काकरवा निवासी पदम सिंह राठौड़ का नाम वर्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज हुआ है। पदम सिंह को यह अवार्ड सर्वाधिक संख्या में वन्यजीवों के संरक्षण व सरवन के लिए मिला राजस्थान के जाने-माने वन्य जीव प्रेमी पदम सिंह राठौड़ का नाम 29 सालों से जीवो के लिए किए गए संरक्षण सुरक्षा बचाव और पुनर्वास के कार्यक्रम में अब तक हजारों जीवो को बचाने मैं जीवों के संरक्षण के लिए पांच बार भारत यात्रा का प्रतिनिधित्व करने एवं राजस्थान गुजरात महाराष्ट्र छत्तीसगढ़ गोवा आदि राज्यों में एथिकल रेस्क्यू की अलख जगाई। वहीं दक्षिणी राजस्थान, सरीसृप के अलावा तेंदुआ सरक्षण पैंगोलिन संरक्षण की भी पहल करने पर वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज किया गया। राठौड़ को 2022 में राष्ट्रीय पद, गौरव अवार्ड राष्ट्रपति अवार्ड अवार्ड के साथ ही कई नेशनल अवार्ड अवार्ड मिल चुके हैं। पदम सिंह राठौड़ का जन्म काकरवा तहसील भोपाल सागर जिला चित्तौड़गढ़ में हुआ, उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा भी काकरवा में भी शुरू की थी। पिता की नौकरी के सिलसिले में उदयपुर में निवास करते हुए जहां पर उन्होंने अपने कैरियर की शुरुआत वन्यजीव को बचाने की।