पीड़ित ने लगाए बड़ीसादड़ी पुलिस पर जातिगत अपमानित करने के बाद थाने से बाहर करने के आरोप, एसपी से लगाई न्याय कि गुहार।
वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ@श्री अनिल सुखवाल।
चित्तौड़गढ़।जिले के बड़ीसादड़ी पुलिस द्वारा दलित को प्रताड़ित करने और अवैध वसूली का मामला सामने आ रहा है। बता दें कि थाना पुलिस बड़ीसादड़ी द्वारा एक दलित व्यक्ति को थाने में रातभर बंद रखते हुए पहले तो उसके साथ मारपीट की गई फिर उसे छोड़ने के नाम पर उससे और उसकी मां से 50 हजार के साथ चांदी की चेन ले ली।
केवल पुरा निवासी पीड़ित देवनारायण मेघवाल ने एक ज्ञापन सौंप एसपी राजन दुष्यन्त से न्याय कि गुहार लगाते हुए बताया कि वह चांदखेड़ा स्थित उसकी बहन से रूपयों की आवश्यकता होने से 3 अप्रैल को 25 हजार रूपये उधार लेने गया था वह रूपये लेकर बैठा ही था कि तभी पुलिस थाना बडीसादडी के पुलिसकर्मी कल्लीराम और एक अन्य पुलिस कर्मी मौके पर आए और देवनारायण को जबरन पकड़ कर बडीसादडी पुलिस थाने ले आए। पीड़ित देवनारायण की रिपोर्ट के अनुसार उसके गले में पहनी एक चांदी की चैन व उसकी बहन से उधार लिये 25 हजार रुपये पुलिस कर्मी कल्लीराम व उसके साथी ने उससे छिन लिये और उसके साथ पुरी रात पट्टे से मारपीट की और अगले दिन दोपहर में करीब 3 बजे जब प्रार्थी की मां नाराणी बाई थाने पर उसकी जांच करनें आई तो उन्हीं दोनों पुलिस कर्मीयों ने उसकी मां के साथ भी गाली गलौज की और 25 हजार रूपये अलग से प्रार्थी को छोड़ने के लिए ले लिए जबरन ले लिए।
फिर दोनों को बाहर निकालते हुए पीड़ित के साथ जातिगत गाली-गलीच कर जान से मारने की धमकी दी और इस बारें किसी को नहीं बताने का बोल जान से मारने की धमकी भी दी।
पीड़ित ने बुधवार को पुलिस अधीक्षक को दी गई रिपोर्ट अनुसार दोनो पुलिस कर्मीयों ने पीड़ित को बिना किसी कारण के गिरफ्तार कर दो दिनों तक अवैध तरीके से थाने के लॉक-अप में रखा और मारपीट की और 25 हजार रूपये व एक चांदी की चैन छिनने के बाद उसे छोड़ने के नाम पर उसकी मां से अलग 25 हजार रूपयें ले लिये।
पीड़ित ने बताया कि उसके विरूद्ध कोई परिवाद व शिकायत थाने में नहीं थी और ना ही उसके विरूद्ध कोई प्रकरण ही दर्ज था।
पीड़ित ने कहा की जब घटना की सूचना थाने से बाहर निकालने के बाद थानाधिकारी बडीसादडी को भी दी गई लेकिन उन्होंने भी घटना की रिपोर्ट लेने तक से इंकार कर दिया और उल्टा थाने से भगा दिया।
पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत से न्याय की गुहार लगाते हुए सख्त कानूनी कार्यवाही की मांग की है तो वहीं पुलिस अधीक्षक द्वारा मामला जांच कर कार्रवाई करने के आदेश पारित कर दिए हैं।