वीरधरा न्यूज़। गंगरार@ श्री ठाकुर सालावी।
चित्तौड़गढ/गंगरार।मेवाड़ यूनिवर्सिटी के योग स्टूडेंट बप्पा बर्मन ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। उन्होंने थाईलैंड के बैंकॉक शहर में 27 से 30 मार्च को आयोजित हुई ‘आठवीं अंतरराष्ट्रीय योगासन चैंपियनशिप-2023’ में परंपरागत योग में स्वर्ण पदक वहीं योगा के दूसरे आर्टिस्टिक इवेंट में रजत पदक हासिल कर देश का नाम रोशन किया है । इस योगासन चैंपियनशिप में विश्व के 23 देशों के प्रतिभागियों ने भाग लिया था।
योग न केवल अब भारत बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी ख्याति प्राप्त कर रहा है। अंतरराष्ट्रीय एमेच्योर गेम्स के तत्वाधान में थाईलैंड के बैंकाक शहर में 27 से 30 मार्च को आयोजित हुई ‘आठवीं अंतरराष्ट्रीय योगासन चैंपियनशिप- 2023’ में विश्व के 23 देशों अमेरिका, पाकिस्तान, चीन, नेपाल, सिंगापुर, इंडोनेशिया, थाईलैंड और मलेशिया आदि देशों के योग प्रतिभागियों ने भाग लिया। जिसमें मेवाड़ यूनिवर्सिटी के योग संकाय के बीए प्रथम वर्ष के विद्यार्थी बप्पा बर्मन ने दोनों एकल प्रतियोगिता में परंपरागत योगा में स्वर्ण और आर्टिस्टिक इवेंट में रजत दोनों पदक जीते। बप्पा ने परंपरागत योगा में थाईलैंड और नेपाल के प्रतिभागियों को हराकर प्रथम स्थान प्राप्त किया और स्वर्ण पदक जीता।
इस अंतरराष्ट्रीय योगासन चैंपियनशिप में विजेता का चयन करते समय योग प्रतिभागियों में योग प्रदर्शन के दौरान परंपरागत योगा में शरीर की स्थिरता, लचीलापन और निरंतरता, चेहरे की अभिव्यक्ति, हस्त चालन, वही आर्टिस्टिक इवेंट में संगीत के साथ योग प्रतिभागियों के कदमों और आसनों का मिलान आदि बातों को ध्यान में रखा गया। मालूम हो कि इस अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चयन के लिए बप्पा बर्मन ने ऑल इंडिया योगा कल्चर फेडरेशन द्वारा छत्रपति संभाजी नगर में आयोजित नेशनल योगासन चैंपियनशिप में सीनियर बॉयज कैटिगरी में जीत हासिल की थी। 21 वर्षीय बप्पा बर्मन मूल रूप से पश्चिम बंगाल के कूच बिहार जिले के निवासी है।
छात्र की इस उपलब्धि पर यूनिवर्सिटी चांसलर डॉ. अशोक कुमार गदिया और वाइस चांसलर डॉ. आलोक कुमार मिश्रा ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए हार्दिक बधाई दी है। उन्होंने यूनिवर्सिटी के अन्य छात्रों से भी आह्वान करते हुए कहा है सभी विद्यार्थी खेल में आगे आए और अंतरराष्ट्रीय व राष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शन करते हुए देश, समाज, यूनिवर्सिटी और अपने माता पिता का नाम रोशन करें। योग विद्यार्थी बप्पा वर्मा ने बताया कि उनका शुरू से ही खेलों के प्रति रुझान था। इसलिए उन्होंने मेवाड़ यूनिवर्सिटी में स्नातक स्तर पर योगा विषय का चयन किया और संकायाध्यक्ष सुरभि शर्मा के मार्गदर्शन में योग की बारीकियां सीखी और निरंतर अभ्यास किया । इसी का परिणाम है कि आज उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यह मुकाम हासिल किया जिसे पाकर वह काफी खुश है। मेवाड़ यूनिवर्सिटी प्रशासन और विद्यार्थियों में भी उनकी जीत की सूचना मिलते ही खुशी की लहर दौड़ गई है और प्रशासन उनके वापस लौटने की तैयारी में जुटा है।