वीरधरा न्यूज़।चित्तौडग़ढ़@डेस्क।
चित्तौडग़ढ़। शम्भूपुरा स्थित आदित्य सीमेंट प्लांट का गेट बंद कर ग्रामीणों ने धरना प्रदर्शन किया जो 12 घंटे तक चला इससे फैक्ट्री के कई कार्य प्रभावित हुए।
पंचायत समिति सदस्य प्रतिनिधि अविनाश जाट ने बताया कि चित्तौडग़ढ़ ग्रामीण ब्लॉक अध्यक्ष विक्रम जाट कि अगुवाई में स्थानीय युवाओं को रोजगार, ब्लास्टिंग से मकानों में आ रही दरारों कि समस्या, और मजदूरी दर में अंतर सहित विभिन्न मांगो को लेकर धरना दिया गया जो सुबह 7 बजे से शुरू हुआ जो 12 घंटे बाद समझौता पत्र पर सहमति पर समाप्त किया गया।
वही दूसरी और अविनाश जाट ने कहा कि श्रमिकों कि समस्याओ को लेकर 27 मार्च तक का समय दिया गया है अगर तय समय तक में समाधान नहीं होता है तो पुनः धरना प्रदर्शन किया जायेगा।
ये हुआ समझौता:-
सीएसआर मद से सावा शम्भूपुरा और सामरी पंचायत में विभिन्न मदो से 50 लाख रूपये प्रति पंचायत कार्य करवाना।
रेल का अमराना में मकानों में आ रही दरारो का निराकरण 10 मई तक करवाना यदि गांव विस्तापित नहीं हो तो 20 लोगों को योग्यता अनुसार 25 मई तक ठेकेदार के अंतर्गत लगवाना।
अप्रेल माह में सावा शम्भूपुरा सामरी पंचायत से आईटीआई योग्यता प्राप्त में से प्रति पंचायत 3-3 लड़को को लगवाना।
तीनो पंचायतो से अनस्किल्ड लडके आईटीआई योग्यता वाले 2-2 प्रति पंचायत से लगवाना।
नौकरी पाने वाले तीनो पंचायतो से ही मूल निवासी होने चाइये और उन परिवारों से अन्य कोई नौकरी ना कर रहें हो।
किसी भी कर्मचारी का ठेकेदार द्वारा शोषण किया जाता हें तो स्वयं संज्ञान लेकर तुरंत ठोस कार्यवाही करना।
दौलतराम व अजीतसिंह की समस्या का निराकरण 10 अप्रेल तक करना।
ठेकेदार द्वारा लगाए गये सात श्रमिकों कि समस्या का जल्द निराकरण करना।
उक्त समझौता पत्र प्रतिनिधि मंडल और प्रबंधन के बिच हुआ जिसके बाद सहमति बनी।
प्रतिनिधि मंडल में ये रहें शामिल:-
किसान नेता राम प्रसाद जाट पाटनीया, सावा मंडल अध्यक्ष अर्जुन रायका, कालूराम मेघवाल सावा, रेल का अमराना से महेंद्र सिंह रावत, मजदूर यूनियन से लालसिंह और भेरूलाल, राहुल जाट पाटनीया, लाला जायसवाल सावा, शांतिलाल डांगी बामनिया, शिवलाल गुर्जर सामरी, विष्णु मेघवाल नया खेड़ा, रामसिंह जाट अमरपुरा आदि का प्रतिनिधि मंडल उपखण्ड कार्यलय पहुचा जहाँ राज्य मंत्री सुरेन्द्र सिंह जाड़ावत, उपखण्ड अधिकारी, तहसीलदार और आदित्य सीमेंट प्रबंधक मंडल से रुचिर मेहता, आनंद शर्मा और मान विजय सिंह उपस्थित रहें, करीब 3 घंटा चली वार्ता के बाद समझौता पत्र पर सहमति बनने पर धरना समाप्त किया गया।