उत्तराखंड आश्रितों में चित्तौड़गढ़ के 2 अभ्यर्थियों शुभम बोराणा अशोक कुमार प्रजापत को मिली अनुकंपा नियुक्ति
वीरधरा न्यूज़।चित्तौडग़ढ़@ डेस्क।
चित्तौडग़ढ़।उत्तराखण्ड त्रासदी में मृतकों के आश्रितों को मिली सरकारी नौकरी राज्यमंत्री सुरेंद्र सिंह जाड़ावत ने जयपुर से दी जानकारी चित्तौड़गढ़ के 2 आश्रितो को नौकरी देने के आदेश राजस्थान सरकार के आपदा प्रबंधन सहायता एवं नागरिक सुरक्षा विभाग ने आदेश किए जारी।
चित्तौड़गढ़ निवासी अनुकंपा नियुक्ति प्राप्त शुभम बोराणा के बड़े भाई मोहनीश बोराणा ने बताया कि 2013 में उनके माता-पिता सुरेश कुमार हेमलता बोराणा का उत्तराखंड त्रासदी में निधन हो गया अचानक में ही था हादसे की वजह से हम दोनों भाइ संभल नहीं पाए छोटा भाई शुभम 12 वी कक्षा में अध्ययनरत था एवं स्वयं कॉलेज की पढ़ाई कर रहा था आर्थिक संकट की वजह से पढ़ाई छोड़ने तक की नौबत आने लगी इस हादसे के एक महीने बाद 29 जुलाई के माह में तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उस समय उत्तराखंड त्रासदी के लिए आश्रितो को अनुकंपा नियुक्ति की घोषणा की जिस पर तत्कालीन स्थानीय विधायक सुरेंद्र सिंह जाड़ावत के प्रयासों से छोटे भाई शुभम के लिए अनुकंपा नियुक्ति के लिए आवेदन किया 2013 चुनावी वर्ष होने के कारण आचार संहिता लगने से प्रशासनिक कारणों से उक्त आदेश का क्रियावनन होने से पहले ही राजस्थान में सरकार बदल गई 2013 में नवगठित भाजपा की वसुंधरा राजे सरकार ने अपने शपथ ग्रहण के बाद जारी पहले आदेश में ही जनवरी 2014 में सरकार के आश्रितों को अनुकंपा नौकरी के आदेश को रद्द कर दिया अनुकंपा नियुक्ति प्राप्त कर चुके अभ्यर्थियों तक की सेवा समाप्त कर दी आदेश बदलने से परिवार को मानसिक अवसाद के दौर से गुजरना पड़ा राजस्थान में अशोक गहलोत की सरकार के आने के बाद 2022 में राजस्थान के अशोक गहलोत सरकार ने अनुकंपा नियुक्ति के प्रावधान को पुनः बहाल करते हुए पीड़ितों के आश्रितों को फिर से नियुक्त देने का फैसला किया उक्त नियुक्ति आदेश पर अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और राज्यमंत्री सुरेंद्र सिंह जाड़ावत का आभार जताया है।
जयपुर प्रवास पर रहे राजस्थान धरोहर प्राधिकरण बोर्ड के अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह जाड़ावत ने बताया कि चित्तौड़गढ़ के 2 आश्रित अभ्यर्थियों शुभम बोराणा अशोक कुमार प्रजापत को 16 मार्च 2023 को आपदा प्रबंधन सहायता एवं नागरिक सुरक्षा विभाग से जारी नौकरी के आदेश प्रदान हो गए इनके माता सुरेश कुमार बोराणा हेमलता बोराणा एवं शांतिलाल कुम्हार रामेश्वरी बाई की उक्त त्रासदी में निधन हो गया था।
उल्लेखनीय है की मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 2013 में उत्तराखण्ड में आई बाढ़ त्रासदी में जान गंवाने वाले और स्थाई रूप से लापता हुए राजस्थान के मूल निवासियों के आश्रितों को अनुकंपात्मक नौकरी देने का निर्णय लिया था मुख्यमंत्री के इस निर्णय से मृतक श्रद्धालुओं के आश्रितों को शैक्षणिक योग्यता के आधार पर पे-मेट्रिक्स लेवल-1 से लेवल-9 तक की राजस्थान अधीनस्थ सेवाओं, मंत्रालयिक एवं चतुर्थ श्रेणी सेवाओं के अंतर्गत आने वाले सीधी भर्ती के पदों पर नियुक्ति के आदेश जारी हुए उक्त निर्णय से मृतक श्रद्धालुओं के आश्रितों को सम्बल तथा वित्तीय सुरक्षा मिलेगी।