वीरधरा न्युज।शनि महाराज आली@ श्री गजेंद्र सिंह राणावत।
कपासन। कपासन क्षेत्र के उचनार गांव में एक व्यक्ति को होलिका दहन की आग से खिलवाड़ करना महंगा पड़ गया। आग के बीच में लगे डंडे को गिराने के लिए घुसा आदमी उसकी चपेट में आ गया।
मौके पर मौजूद लोगों ने आग पर काबू पाकर उसे अस्पताल में भर्ती कराया है। डॉक्टर्स ने बताया कि उसका शरीर 50 फीसदी जल गया है। वह कमर के नीचे ज्यादा झुलसा है।
चित्तौड़गढ़ जिले के कपासन के उचनार गांव में होली जलाई जा रही थी। लोग मस्ती कर रहे थे और एक दूसरे पर गुलाल उड़ा रहे थे। इसी बीच गांव का ही बालू कुम्हार (45) होलिका दहन की आग के बीच में लगे डंडे को गिराने के लिए उस पर चढ़ गया। तेज आंच की वजह से वह डंडे से नीचे गिरा और आग की चपेट में आ गया।
मौके पर मौजूद उसकी पत्नी और बेटी चीखने लगीं तो गांव के लोग उसकी ओर बचाने दौड़े। तभी बालू खुद आग से बाहर आ गया। उस वक्त उसके पूरे कपड़ों में आग लगी थी। गांव के ही युवक बालू को जिला हॉस्पिटल चित्तौड़गढ़ लेकर गए। वहां से उसे उदयपुर के जिला हॉस्पिटल में रेफर किया गया। बालू के दोनों हाथ, पीठ और पैर बुरी तरह झुलसे गए।
खेती और मिट्टी की मटकी बनाता है।
आग में झुलसा बालू खेती के साथ मिट्टी की मटकी बनाने का भी काम करता है। बालू के माता-पिता का निधन हो चुका है। बालू की तीन बेटियां हैं। सबसे बड़ी बेटी ललिता की शादी हो चुकी है। दूसरे नंबर की अणछाई (16) और सबसे छोटी बेटी निराशा (12) दोनों ही आठवीं कक्षा में पढ़ती हैं। बालू दो बहनों का इकलौता भाई है।