वीरधरा न्यूज़।चित्तौडग़ढ़@डेस्क।
चित्तौडग़ढ़।श्रमण संघीय उप प्रवर्तक श्री कोमल मुनि, नव दीक्षित हर्षित मुनि, क्रांतिकारी संत श्री लोकेश मुनि आदि ठाणा तथा उपप्रवर्तिनी महासती विजय प्रभा, श्री ऐषणा श्री जी, नव दीक्षित जय श्री जी एवं आर्याश्री जी आदि ठाणा चार ने होली चातुर्मास के लिए मीरा नगर जैनस्थानक से विहार कर शहर में खातर महल में होली चातुर्मास के लिए प्रवेश किया। संत सतियों के साथ बड़ी संख्या में सफेद परिधान में श्रावक एवं चुनड़ पहने श्राविकाओं का जुलूस कलेक्ट्री चौराया, गंभीरी पुल से गुजरते हुए जयकारो के साथ सदर बाजार होता हुआ गांधी चौक, खातरमहल पहुंचा जहां धर्म सभा में बदल गया। रास्ते में जगह जगह स्वागत द्वार लगे थे।
धर्मसभा को संबोधित करते हुए उपप्रवर्तक कोमल मुनि ने कहा कि होली पवित्रता का पर्व है, बुराई पर अच्छाई की जीत एवं आपसी सद्भाव बढ़ाने का प्रतीक है। हमें तप- त्याग से अंतर की बुराइयों को जलाना है तभी जीवन की आगे की यात्रा सुधरने वाली है। धर्म सभा को श्री लोकेश मुनि एवं हर्षित मुनि ने भी संबोधित किया। उपप्रवर्तिनी विजय प्रभाजी ने कहा कि जीवन में संयम से वीतरागता का रंग चढ़े यही सच्ची होली है। इस अवसर पर श्री एषणा श्री जी ने भी विचार रखे।
इससे पूर्व धर्म सभा का शुभारंभ दिवाकर महिला परिषद की बहनों के मंगलाचरण से हुआ। जैन दिवाकर मुनि चौथमलजी के मासिक जन्म दिवस पर सामूहिक नवकार मंत्र जाप एवं चालीसा का पाठ किया गया ।चंदनबाला महिला मंडल की बहनों ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया। श्रमण संघ अध्यक्ष अशोक मेहता एवं अंबेशगुरू सेवा समिति अध्यक्ष हस्तीमल चंडालिया ने स्वागत उद्बोधन दिया। मंत्री सुनील बोहरा ने बताया कि आगामी रविवार तक नियमित रूप से सुबह 9:00 बजे प्रवचन होंगे तथा 12 मार्च रविवार को मुख्य समारोह होगा। संचालन रतनलाल मारु ने किया।