वीरधरा न्यूज़।चित्तौडग़ढ़@डेस्क।
चित्तौड़गढ़। चित्तौड़गढ़ विधायक चंद्रभान सिंह आक्या ने विधानसभा में चित्तौड़गढ़ शहर के मध्य स्थित लक्ष्मीनाथ मंदिर पर हो रहे अतिक्रमण का मुद्दा उठाया।
विधायक आक्या ने चित्तौड़ शहर के मध्य में भगवान लक्ष्मीनाथ की जमीन पर हो रहे अतिक्रमण को लेकर तारांकित प्रश्न पर पूरक प्रश्न के माध्यम से सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए पूछा कि लक्ष्मीनारायण मंदिर अथवा लक्ष्मीनाथ मंदिर की अन्य कृषि भूमि जो बालाजी बाजार एवं राणासांगा बाजार के दक्षिण तरफ से द्वारिकाधाम के मध्य भी अवस्थित है, जिस पर चित्तौडगढ के निजी काॅलोनाईजरों द्वारा अतिक्रमण कर सडक निर्माण का कार्य किया जा रहा था, यदि सरकार का जवाब हां है तो विभाग द्वारा दिये गये उत्तर में उक्त भूमि का विवरण क्यों नहीं दिया गया, विधानसभा अध्यक्ष सी पी जोशी के दखल पर विधायक आक्या ने कहा की चित्तौड़ शहर में भगवान लक्ष्मीनाथ की जमीनो पर पहले भी अतिक्रमण कर पट्टे तक दे दिए गए हैं इसलिये सरकार को भगवान लक्ष्मीनाथ की जितनी भी जमीनें है उस पर तारबंदी करवा देनी चाहिए। इस पर राजस्व मंत्री रामलाल जाट ने कहा कि सरकार ने 21 फरवरी को देवस्थान विभाग को पत्र लिख दिया है और जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में एक कमेटी पब्लिक लैंड प्रोटेक्शन सेल के तहत गठित की गई है जिसमे तहसीलदार को रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है और इसकी अवधि 20 दिवस की है और तहसीलदार की रिपोर्ट आते ही सरकार इस पर कार्यवाही शुरू करेगी।