वीरधरा न्यूज़।चित्तौडग़ढ़@डेस्क।
चित्तौड़गढ़। विधानसभा में सरकार के बजट 2023-24 पर वाद-विवाद करते हुए चित्तौड़गढ़ विधायक चंद्रभान सिंह आक्या ने मुख्यमंत्री द्वारा पेश किए गए बजट को लेकर सरकार को जमकर कटघरे में खड़ा किया। विधायक आक्या ने पहले तो मुख्यमंत्री के पुराने बजट भाषण को पढ़ने पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अपने 3 घंटे के ज्यादा समय में से मुख्यमंत्री ने 7 मिनट से ज्यादा तो पुराने बजट को पढ़ने में ही निकाल दिए। फिर मुख्य सचेतक महेश जोशी ने उनको रोका तो भी वह नहीं रुके और फिर भाषण पढ़ते रहे। अच्छा हुआ अंत में रुक गए नहीं तो पुराना बजट ही वापस पढ़ देते।
विधायक ने कहा कि सरकार ने जिस दिन 10 फरवरी को बजट पेश किया उस दिन सभी स्कूलों, कॉलेजों, कार्यालयों, नगर परिषद व यूआईटी आदि स्थानों पर 15000 से ज्यादा टीवी लगा कर इसका सीधा प्रसारण करने की व्यवस्था की और सभी जगह बड़े-बड़े होर्डिंग लगाए तो सभी को आशा बंधी की शायद इस बजट में सरकार कुछ न कुछ अवश्य देगी, लेकिन मुख्यमंत्री का बजट भाषण सुनने के बाद अत्यंत निराशा हाथ लगी। इस सरकार ने अपने पिछले 4 बजट भाषण में से कोई भी काम धरातल पर पूरा नहीं किया। अपनी स्वयं की विधानसभा चित्तौड़गढ़ की बात करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार ने सभी जगह नंदी गौशाला खोलने की बात कही लेकिन चित्तौड़गढ़ विधानसभा में एक भी नंदी गौशाला नहीं खुली, अगर अन्य किसी ओर विधानसभा में खुली हो तो उन्हें पता नहीं।
इसी प्रकार उन्होंने कहा कि उनके विधानसभा क्षेत्र में कनेरा, अंबा सड़क निर्माण की घोषणा की गई थी, वह आज तक पूरी नहीं हुई और सड़क निर्माण को लेकर सरकार की तरफ से कोई भी राशि स्वीकृत नहीं की गई, थोड़ा बहुत जो भी खर्च हुआ वह स्थानीय डीएमएफटी फंड से किया गया। चित्तौड़गढ़ को स्मार्ट सिटी बनाने की घोषणा हुई लेकिन आज तक चित्तौड़ में स्मार्ट सिटी के नाम पर कोई राशि आवंटित नहीं की गई। इसी क्रम में कर्ज माफी पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि सरकार ने किसानों के समस्त कर्ज माफ करने की भी बडी-बडी बाते कही थी, लेकिन किसानों के कर्ज माफ नहीं हुए। चित्तौड़ में एसबीआई तथा बैंक ऑफ बड़ौदा में आज तक सरकार की ओर से कर्ज माफी की राशि नहीं पहुंची।
विधायक आक्या ने कहा कि युवाओं के साथ बेरोजगारी भत्ते को लेकर छलावा किया गया है और अधिसंख्य बेरोजगारों तक महीने के 3500 रुपये नहीं पहुंचते है। उन्होंने पेपर लीक पर बोलते हुए कहा कि आए दिन पेपर लीक होने से बेरोजगार दुखी है, इस सरकार में पेपर लीक हुआ बजट लीक हुआ सरकार भी लीक हो गई। अब सरकार के पास केवल 5-6 महीने ही बचे हैं। इसी प्रकार बिजली की समस्या पर बोलते हुए आक्या ने कहा कि इस सरकार ने किसानों को 8 घंटे बिजली तथा 24 घंटे सिंगल फेज बिजली देने की बात कही थी, किंतु बिजली की समस्या जस की तस है और यह सरकार वीसीआर भरने पर लगी हुई है। किसान कर्ज लेकर वीसीआर भर रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से किसानों की वीसीआर माफ करने के साथ जमा की हुई राशि को पुनः लौटाने के लिए मांग की। उन्होंने कहा कि राजस्थान मध्य प्रदेश बॉर्डर पर आरटीओ ने लूट मचा रखी है वे प्रतिदिन वाहनों से अवैध पैसा वसूल कर कर ऊपर सरकार तक पहुंचाते हैं।