वीरधरा न्यूज़। मंदसौर@डेस्क।
मंदसौर।प्रख्यात कत्थक नृत्यांगना सुश्री सृष्टि जुन्नरकर ने शासकीय कन्या उमावि मल्हार गढ़ मे बुधवार को प्रस्तुति मे बच्चो को कत्थक के बारे मे जानकारी देते हुए उन्होने बताया कि शुरुआत मे कत्थक कथा वाचन के रूप मे मन्दिरो मे किये जाने की परम्परा थी बाद मे मुगल काल आने के बाद यह उत्तर भारतीय शास्त्रीय नृत्य दरबारों की शान बन गया। आधुनिक काल मे यह बड़ी बड़ी स्टेजों की शोभा बढ़ाने लगा परन्तु सुदूर गांवों स्थित छोटे छोटे स्कूलों के साधारण फर्श पर इसे ले जाने का श्रेय स्पिक मैके को जाता है। जो शासकीय स्कूलों मे इसका आयोजन निशुल्क रूप मे कर रहे है। अपनी प्रस्तुति मे सृष्टि जुन्नरकर ने कृष्ण की ठुमरी पर ” आवत श्याम लचक चले, मुकुट धरैं” पर नृत्य करके समा बांध दिया।
स्कूल की छात्रा खुशी वर्मा एवं गुनगुन शक्तावत ने स्पिक मैके एवं अतिथियों का परिचय दिया स्कूल प्राचार्य एस एस पाण्डेया ने स्पिक मैके की परामर्श दाता चन्दा डांगी, जिला कॉर्डिनेटर अजय डांगी एवं कलाकार सृष्टि जुन्नरकर का हार्दिक आभार ज्ञापित किया।
इससे पूर्व मल्हारगढ़ के ही सी एम राइज हायर सेकेंडरी स्कूल मे भी कत्थक की प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम का संचालन शिक्षक अर्जुन परिहार ने किया आभार प्राचार्य अशोक बघेल ने किया। स्पिक मैके के जिला कॉर्डिनेटर अजय डांगी ने बताया की गुरुवार दो फरवरी को पहली प्रस्तुति शासकीय उमावि धमनार मे 11;30 बजे एवं दूसरी प्रस्तुति शासकीय उमावि नगरी मे दोपहर दो बजे आयोजित होगी।