वीरधरा न्यूज़।चित्तौडग़ढ़@डेस्क।
चित्तौड़गढ़।चित्तौड़गढ़ आम आदमी पार्टी ने आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव संदीप पाठक के निर्देशन में और 27 जनवरी को जयपुर में आयोजित हुई सदस्यता अभियान प्रशिक्षण शिविर के बाद चित्तौड़गढ़ लोकसभा की आठों विधानसभाओं के लिए जयपुर से प्राप्त हुए सदस्यता अभियान के बस्तों को जिसमें सदस्यता डायरियां, टोपियां, झंड़े और बैनर सम्मिलित हैं को प्रत्येक विधानसभाओं में वितरित करवाना प्रारंभ कर दिया है।
इस अभियान को चित्तौड़गढ़ लोकसभा की आठों विधानसभाओं में जिला कोर्डिनेटर अभियंता अनिल सुखवाल के द्वारा दिए गए प्रशिक्षण के बाद अमलीजामा पहनाया जाना है।
बता दें कि अभियंता अनिल सुखवाल को जयपुर से प्रशिक्षण मिलने के बाद चित्तौड़गढ़ लोकसभा की आठों विधानसभाओं के लिए सदस्यता अभियान के लिए लोकसभा प्रशिक्षण कोर्डिनेटर की जिम्मेदारी सौंपी गई है जिसके तहत उन्हें चित्तौड़गढ़, कपासन, बेगूं, निम्बाहेड़ा, बड़ीसादड़ी, प्रतापगढ़, वल्लभनगर और मावली में जाकर वहां प्रशिक्षण प्रदान करने के बाद विधानसभा वार सदस्यता अभियान प्रशिक्षण कोर्डिनेटर नियुक्त कर मोनिटरिंग की जानी है।
यह सदस्यता अभियान प्रथम चरण में 29 जनवरी से 12 फरवरी तक चलाया जाएगा।
अभियंता अनिल सुखवाल ने बताया कि अभियान की शुरुआत रविवार को कपासन विधानसभा से किया गया है। प्रशिक्षण के बाद अनिल कुमार चंदेल को कपासन विधानसभा के लिए सदस्यता अभियान प्रशिक्षण कोर्डिनेटर की जिम्मेदारी सौंपी गई है। कपासन के बाद चित्तौड़गढ़ में भी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया गया। चित्तौड़गढ़ सदस्यता अभियान प्रशिक्षण कोर्डिनेटर के रूप में हरी ओम सिंह पंवार को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
कपासन और चित्तौड़गढ़ में सदस्यता अभियान के लिए अनिल कुमार चंदेल, हरी ओम सिंह पंवार, भगवती प्रसाद सेन, डाॅक्टर संकल्प त्रिपाठी, हरीश माली, अक्षय बारेगामा, रमेश जोशी को ब्लॉक वार जिम्मेदारियां सौंपी गई है।
सदस्यता अभियान के लिए पार्टी द्वारा मिस्ड कोल नम्बर 8080809064 भी जारी किया गया है जिसके बाद मोबाइल एसएमएस द्वारा सदस्यों को सदस्यता कोड हाथों हाथ भेजा जाएगा।
अभियंता अनिल सुखवाल ने बताया कि सदस्यता अभियान के माध्यम से आम आदमी पार्टी ने सभी विधानसभाओं में 2023 आम चुनाव के लिए चुनावी विगुल बजा दिया है और आम आदमी पार्टी राजस्थान की 200 सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं। अभियंता ने कहा कि इस बार कांग्रेस और भाजपा दोनों राजनीतिक दलों से जनता घबरा चुकी है और आम आदमी पार्टी को जनता राजस्थान के भविष्य के साथ तीसरे विकल्प के रूप में देख रही है।