वीरधरा न्यूज़।चित्तौडग़ढ़@डेस्क।
चित्तौड़गढ़। साहित्य संस्कृति के संस्थान संभावना द्वारा प्रारम्भ किये गए ‘स्वतन्त्रता सेनानी रामचन्द्र नन्दवाना स्मृति सम्मान’ समारोह का आयोजन शनिवार को होगा। आयोजन में विख्यात राजनीति विज्ञानी प्रो अरुण चतुर्वेदी दो लेखकों को सम्मान प्रदान करेंगे।
संभावना के अध्यक्ष डॉ के सी शर्मा ने बताया कि वर्ष 2020 के लिए ‘स्वतन्त्रता सेनानी रामचन्द्र नन्दवाना स्मृति सम्मान’ बरेली निवासी सुधीर विद्यार्थी को उनकी चर्चित कृति ‘क्रांतिकारी आंदोलन: एक पुनर्पाठ’ पर दिया जाएगा। वहीं वर्ष 2021 के लिए उक्त सम्मान दिल्ली निवासी आलोचक प्रो बजरंग बिहारी तिवारी को उनकी कृति ‘केरल में सामाजिक आंदोलन और दलित साहित्य’ पर दिया जाएगा। डॉ शर्मा ने बताया कि मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय में अधिष्ठाता रहे प्रो चतुर्वेदी के मुख्य आतिथ्य में समारोह महाराणा प्रताप राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में अपराह्न तीन बजे से होगा। समारोह में दोनों लेखकों को ग्यारह हजार रुपये, प्रशस्ति पत्र, श्रीफल और शाल अर्पित किये जाएंगे। कोरोना के कारण विलंब से हो रहे इस सम्मान समारोह में नगर के साहित्यकार और संस्कृतिकर्मी ,पाठक आमंत्रित है।
संभावना द्वारा घोषित इस पुरस्कार के संयोजक डॉ कनक जैन ने बताया कि राष्ट्रीय महत्त्व के इस सम्मान के लिए देश भर से कृतियां प्राप्त हुई थीं, जिनके मूल्यांकन के पश्चात् गुणवत्ता और नवीनता के आधार पर चयन समिति ने अपनी अनुशंसा में इन कृतियों को सम्मान की कालावधि की श्रेष्ठतम कृति घोषित किया था। बनारस निवासी वरिष्ठ हिंदी साहित्यकार प्रो काशीनाथ सिंह, भोपाल निवासी वरिष्ठ हिंदी कवि राजेश जोशी और जयपुर निवासी वरिष्ठ लेखक डॉ दुर्गाप्रसाद अग्रवाल की चयन समिति ने इन कृतियों को सम्मान के योग्य पाया था। डॉ जैन ने बताया कि सुधीर विद्यार्थी भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन पर अनेक पुस्तकें लिख चुके हैं और साहित्यिक पत्रिका ‘संदर्श’ का सम्पादन भी करते हैं, वहीं डॉ बजरंग बिहारी तिवारी दिल्ली विश्वविद्यालय में हिंदी के प्रोफ़ेसर हैं और दलित साहित्य आलोचना के क्षेत्र में उन्होंने महत्त्वपूर्ण कार्य किया है।