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वड़ताल में तीसरा हेडा महासम्मेलन संपन्न, माहेश्वरी महासभा प्रमुख बोले – समाज को दीजिए सेवा- संस्कारों का रिटर्न गिफ्ट।

 

वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ़@डेस्क।

चित्तौड़गढ़।गुजरात के पवित्र वड़ताल धाम नडियाद में माहेश्वरी समाज की प्रमुख हेडा खांप का तीसरा महासम्मेलन 18 दिसंबर को संपन्न हुआ। इस दो दिवसीय सम्मलेन में गुजरात, राजस्थान, मप्र, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, गोवा व दुनियाभर के 1000 से ज्यादा हेड़ा परिवार एक मंच पर एकुजट हुए और समाज को संगठित करने के संकल्प के साथ लौटे। मुख्य अतिथि माहेश्वरी महासभा के सभापति श्याम सोनी और विशेष अतिथि श्यामसुंदर राठी थे।
कार्यक्रम में अमेरिका से पधारे ख्यातिमान जेनेटिक्स रिसर्च वैज्ञानिक प्रो. (डॉ) घनश्याम हेडा को हेड़ा-गौरव और वरिष्ठ समाजसेवी कालूराम हेडा को हेडा-रत्न सम्मान दिया गया। नैराबी से पधारे जाने-माने आर्थोपेडिक सर्जन डॉ प्रकाश हेड़ा को भी विशिष्ट सम्मान दिया गया।
इस मौके पर समाज के बुजुर्गों, प्रतिभावान युवा पीढ़ी और विशिष्ट उपलब्धि हासिल करने वाले समाजजनों को भी सम्मानित किया गया।
इस मौके पर सभापति सोनी ने प्रभावी भाषण से समाजजनों की सोई चेतना को जगाने का आह्वान किया। सोनी ने कहा कि माहेश्वरी समाज ने सेवा– त्याग और सदाचार पर चलकर दुनिया में विशिष्ट स्थान पाया है। अब समय है कि समाज और देशहित में अच्छे कामों की यही भावना नई पीढ़ी को मिले। उन्होंने कहा कि हर एक हेड़ा बंधु की ओर से समाज को ये बढ़िया रिटर्न गिफ्ट होगा।
सोनी ने बताया कि माहेश्वरी समाज अयोध्या में भव्य शौर्य भवन का निर्माण कर रहा है। इस रहवासी में भवन में देश और समाज के लिए मर-मिटने वाले माहेश्वरी समाज के सपूतों का शौर्य स्मारक भी स्थापित होगा।
प्रचार मंत्री कमलेश हेडा ने बताया कि इस विराट कार्यक्रम को सफल बनाने में गुजरात के सभी हेडा बंधुओं, संगठन अध्यक्ष प्रहलाद जी हेडा, महासचिव डॉ जीएल हेडा, कोषाध्यक्ष तुलसीराम हेडा, सचिव संदीप हेडा, महिला अध्यक्ष जमुना हेड़ा, संगठन मंत्री केदार हेडा समेत वरिष्ठ पदाधिकारी और सदस्यों का योगदान रहा। इस दो दिवसीस आयोजन को सफल बनाने के लिए गुजरात की टीम का विशेष योगदान रहा। गुजरात प्रभारी सत्यनारायण हेडा समेत सैकड़ों बंधु इसके लिए पिछले एक साल से मेहनत कर रहे थे। कार्यक्रम का संचालन सुनीता हेडा और रितिका हेडा ने किया। इस सम्मेलन में चित्तौड़गढ़, भीलवाड़ा सहित राजस्थान से 200 हेड़ा परिवार जनों ने भाग लिया।

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