वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ़@डेस्क।
चित्तौडगढ। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) के तहत जन्मजात हृदय रोग से पीड़ित दो माह की बालिका दीक्षिता को नया जीवन मिला हैं। हणुतिया खण्ड बेगूं निवासी दीक्षिता पुत्री हीरालाल धाकड़ जन्मजात हृदय रोग से पीड़ित थी, जिसका निशुल्क ओपरेशन किया गया हैं। जब आरबीएसके टीम ने इस बच्ची की स्क्रीनिंग की तो टीम ने पाया की बच्ची को सांस लेने मे तकलीफ आ रही थी, बच्ची के परिजनों ने बताया की बार बार निमोनिया की शिकायत रहती है। इस पर टीम ने आरबीएसके कार्ड बनाकर उसे जिला अस्पताल भेजा जहाँ डॉक्टर ने दीक्षिता की सर्जरी कराने की सलाह दी, लेकिन परिजनों ने इलाज के लिए लगभग दो लाख रुपये खर्च करने मे असमर्थता जताई। इस पर बच्ची की आरबीएसके के तहत चिरंजीवी योजनान्तर्गत 08 दिसम्बर को कोटा के एक निजी अस्पताल में निशुल्क हृदय की सर्जरी की गई। तीन दिन आईसीयू मे रखने के पश्चात् बच्ची को 14 दिसम्बर को छुट्टी दे दी गयी।
दीक्षिता के परिजनो ने राजस्थान सरकार तथा चिकित्सा विभाग के अधिकारियों का उनकी बेटी का निशुल्क सर्जरी करवाने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने बताया की उन्हें कभी उम्मीद नहीं थी की उनकी बेटी का इतना महंगा ऑपरेशन सरकार की ओर से निशुल्क हो पाएगा।
मुख्य चिकित्सा एंव स्वास्थ्य अधिकारी डॉ रामकेश गुर्जर ने बताया कि आरबीएसके कार्यक्रम के तहत इस वित्तिय वर्ष में जिले में अब तक 13 हृदय रोग एवं 49 अन्य बीमारियों से पीड़ित कुल 62 बच्चों के आपरेशन करवाए जा चुके है।