वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ़@डेस्क।
चित्तौड़गढ़। डीएसटी व मंगलवाड थाना पुलिस ने अवैध मादक पदार्थों की तस्करी व एसिड स्लरी की चोरी के खिलाफ संयुक्त कार्यवाही करते हुए 5 किलोग्राम अवैध डोडाचूरा, 29 हजार लीटर एसिड स्लरी सहित एक टैंकर व पिकअप को जब्त कर 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
जिला पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत ने बताया कि डीएसटी प्रभारी भवानी सिंह राजावत को सूचना मिली कि मंगलवाड थानांतर्गत उदयपुर- चित्तौड़गढ़ नेशनल हाईवे पर स्थित सतनाम वाहेगुरू पंजाबी ढाबा के पीछे तीन व्यक्ति एक टैंकर से किसी तरल पदार्थ की चोरी करके ड्रम में भर रहे हैं। जिला विशेष टीम प्रभारी ने उक्त सूचना से चंद्रशेखर किलानिया थानाधिकारी मंगलवाड को सूचित करा जिला विशेष टीम सहित मौके पर पहुंचे। मौके पर तीन व्यक्ति टैंकर से पाइप लगाकर कोई तरल पदार्थ ड्रमों में खाली कर रहे थे। पुलिस ने उक्त तीनों व्यक्तियों को घेरा देकर पकड़ा। ड्रमों में कोई अवैध सामग्री होने के कारण पुलिस ने नियमानुसार तलाशी ली तो पास में खड़ी एक बोलेरो पिकअप में 3 ड्रमों व नीचे पड़े हुए 5 ड्रमों में तरल पदार्थ भरा हुआ मिला। पुलिस ने उक्त तीनों व्यक्तियों से उनके नाम पत्ते पूछे तो एक ने अपना नाम संजय कुमार पिता नाहर सिंह डांगी निवासी मंगलवाड पुलिस थाना मंगलवाड तथा पिकअप का मालिक होना बताया। दूसरे व्यक्ति ने अपना नाम अमर सिंह पिता कल्याण सहाय मीणा निवासी मनोहर थाना मंडावर जिला दौसा तथा टैंकर का चालक होना बताया। तीसरे व्यक्ति ने अपना नाम रतन सिंह पिता नरेश सिंह चंदेल निवासी बर्रा पुलिस थाना बर्रा जिला कानपुर उत्तर प्रदेश होना बताया। पुलिस ने टैंकर चालक से टैंकर में भरे हुए तरल पदार्थ के बारे में पूछा तो बताया कि टैंकर में एसिड सैलरी (लाप्सा) भरा हुआ है जो सोडा व साबुन बनाने के काम में आता है। पिकअप मालिक ने बताया कि मैं एसिड सैलरी टैंकर से निकालकर बाजार में बेचता हूं। पुलिस तलाशी में एक ड्रम में प्लास्टिक के कट्टे में भरा हुआ अवैध डोडा चूरा मिला है जिसका नियमानुसार मौके पर वजन किया तो 5 किलोग्राम हुआ। पुलिस ने पिकअप मालिक से एसिड स्लरी के भरे हुए ड्रम व डोडा चूरा को अपने कब्जे में रखने के वैध कागजात व लाइसेंस के बारे में पूछा तो नहीं होना बताया। पुलिस ने 5 किलोग्राम अवैध डोडा चूरा, 29 हजार लीटर एसिड स्लरी, एक पिक अप व ड्रमों को वजह सबूत जब्त कर तीनों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया।पुलिस थाना मंगलवाड पर आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट व आईपीसी की धाराओं में प्रकरण दर्ज कर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है।