वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ़@डेस्क।
चित्तौड़गढ़।वरिष्ठ नागरिक मंच उपशाखा गांधीनगर की मासिक सभा का आयोजन बसंतीलाल जैन की अध्यक्षता, डा.सुशीला लड्ढा के मुख्य आथित्य व् डा.भगवत सिंह तंवर, देवीलाल आमेरिया व अमरकंठ उपाध्याय के विशिष्ठ आथित्य में बड़े ही मार्मिक व प्रासंगिक विषय पर किया गया जिसमे वरिष्ठजन आजकल शादी ब्याह व बड़े आयोजनों में हो रहे भोजन के अपव्यय या झूठा छोड़ने पर चर्चा की गई तो कई वरिष्ठजन भावुक हो गए व आम राय बनी कि बहुत ज्यादा मीनू होने या होडा–होड़ में कई तरह के व्यंजन बनाने से अधिकाँश लोग केवल टेस्ट करने के लिए हर चीज लेते है जिससे अंतिम दौर में काफी झूठा छोड़ देते है जिससे भोजन का भारी अपव्यय हो रहा है जिसके समाधान हेतु यह संगोष्ठी काफी प्रभावशाली रही जिसमे विभिन्न वक्ताओं ने कई सुधारात्मक व रचनात्मक सुझाव दिए।
गाँधी नगर उपशाखा के सचिव कल्याणमल आगाल ने बताया कि इस सभा में मंच द्वारा एक फ्लेक्स/पोस्टर का भी विमोचन किया गया तथा निर्णय लिया गया कि जिन मेजबान के कोई भोजन कार्यक्रम होगा व किसी भी मंच सदस्य की जानकारी में आयेगा तो मंच सदस्यगण उनसे मिलकर आग्रह करेंगे व् मंच की और से तैयार “फ्लेक्स”भोजन प्रांगण में लगाने हेतु आग्रह करेंगे।
इस विषय पर मनवीर सिंह,बलवंत सिंह सिशोदिया,डा.आर.एस.मंत्री सहित कई वक्ताओं ने अपने विचार रखे व् विशिष्ठ अथिति देवी लाल आमेरिया ने सुझाव दिया कि मंच द्वारा तैयार किये बेनर को भिन्न भोजन स्थलों को चिन्हित कर लगाए जा सकते है। अमरकंठ उपाध्याय ने लेख के माध्यम से विभिन्न सुझाव प्रेषित किये व् सत्यनारायण इनाणी ने कहा कि वर्तमान में भोजन का व्यर्थ होना आम बात हो गया है जिससे बहुत पीड़ा होती है इसलिए संतुलित आहार ग्रहण करे व्यर्थ फेककर अन्न देवता का अपमान न करे। डा.भगवत सिंह तंवर ने कहा कि थाली में आरम्भ से ही सीमितता का ध्यान रखना चाहिए व् आवश्यकतानुसार लेने से झूठन से बचा जा सकता है।
मुख्यअथिति डा.सुशीला लड्ढा ने कहा कि आजकल आधुनिकता की अंधी दौड़ में भोजन सामग्री का अनर्थ हो रहा है, लोग दिखावे का भोजन बना सभ्यता को आडम्बर बना रहे है ,डा.लड्ढा ने उपाय बताते हुवे कहा कि सिमित भोजन,सिमित व्यंजन बनावे व दिखावा का त्याग करे
आर्ट ऑफ़ लिविंग के संयोजक भगवनलाल तडबा ने भोजन को आध्यात्म व योग से जोड़ते हुवे कहा कि शास्त्रों में जैसा निर्देश है उतना ही भोजन ग्रहण करना चाहिए व वर्तमान में भोजन वितरण प्रक्रिया पर अध्याय की आवश्यकता है ताकि इसके अपव्यय को रोका जा सके।
मंच अध्यक्ष बसंती लाल जैन ने कहा कि सबसे पहले स्वयं को निश्चय करना होगा व शपथ लेनी होगी कि अपनी थाली में आप कभी झूठा नहीं छोड़ेंगे उन्होंने झूठा न छोड़ने को अपनी माँ व देश के किसानो के प्रति आदर भाव से जोडकर देखने को कहा।
मंच महासचिव राधेश्याम आमेरिया ने बताया कि इस विषय की गंभीरता को देखते हुवे इसे जन-जन का अभियान बनाया जाएगा व वरिष्ठ नागरिक मंच इसकी पहल करते हुवे अग्रणी भूमिका निभाएगा आज इसी कड़ी में इस सभा में विभिन्न समाजो के अग्रणी को आमंत्रित किया गया है व् इस बाबत एक समिति का भी गठन किया जाएगा।
इस अवसर पर चंदेरिया उपाध्यक्ष बी.एल.स्वर्णकार,कृष्णगोपाल सोनी, लक्ष्मीनारायण भरद्वाज,ओमप्रकाश आमेरिया, अम्बालाल श्रीमाल, महेंद्र जैन, एस.एन.सिकलीगर,योगेश जानी, मदनलाल टेलर, एन.एस.गोडले, बी.एल.ओझा,जगदीश चन्द्र चोखड़ा, श्याम वैष्णव,चोथमल कोठारी, चंद्रकिशोर व्यास,प.नंदकिशोर निर्झर, रामजस कोठारी,कन्हेया लाल खंडेलवाल, कलावती खंडेलवाल, मीरा स्वर्णकार,बालमुकुन्द गदीया, गौरव सुखवाल,रामप्रसाद शर्मा, भगवती लाल दाधीच,महेश बसेर, उमाशंकर भगवती,उदयलाल जैन, ओमप्रकाश ओझा,टप्पू भाई भट्ट,मदन लाल चावला, प्रह्लाद आमेरिया, रामप्रसाद मालू,राष्ट्रीय कवि अब्दुल जब्बार, मानक चंद ढीलीवाल, नारायण लाल शर्मा,रामप्रसाद चोबे, शंकरलाल अहीर,दुर्गाशंकर बंधू, जीतमल छिपा,बालुराम रेगर सहित कई महिला सदस्य उपस्थित थे।
सभा का संचालन कल्याण मल आगाल ने किया व आभार ओम प्रकाश आमेरिया ने दिया व राष्ट्रगान के साथ सभा समाप्त हुई।