वीरधरा न्यूज़।डुंगला@ श्री अमन अग्रवाल।
डूंगला।किसी को नीचा दिखाने की भावना से की गई धर्म आराधना अधर्म और पाप में परिवर्तित हो जाती है उक्त विचार राष्ट्र संत कमलमुनि कमलेश ने संबोधित करते कहा कि किसी को हीन मानना साक्षात धर्म और परमात्मा का अपमान करने के समान है। उन्होंने कहा कि प्राणी मात्र के प्रति समानता के भावों का निर्माण जब तक मन मंदिर में नहीं होता तब तक उसका धार्मिकता में प्रवेश नहीं हो सकता।
मुनि कमलेश ने बताया कि किसी को नीच मानने से हमारी घटिया सोच भी निम्न स्थान पर पहुंच जाएगी जो भीतर के सद्गुणों को नष्ट करके शैतान बना देगी। राष्ट्रसंत ने कहा कि दूसरों को महान मानोगे तभी आपके दिलों में निर्मल और पवित्र भावनाओं का संचार होगा जो आत्म कल्याण में सहयोगी बनेगा। जैन संत ने कहा कि बुरा बुरा सबको कहूं बुरा नदि से कोई इसको आत्मसात करेंगे तभी धार्मिक कहलाएंगे। नगरपालिका प्रांगण में सभापति रामकन्या प्रहलाद गुर्जर, उपसभापति सेवंतीलाल चंडालिया, नेता प्रतिपक्ष उदय लाल अहीर, ठाकुर प्रसाद खत्री, कांग्रेस प्रदेश महामंत्री सुरेंद्र चंडालिया, बीजेपी जिला अध्यक्ष गोपाल कुमावत, महामंत्री गजेंद्र चंडालिया, नगर अध्यक्ष रितेश सोमानी नें राष्ट्रसंत का अभिनंदन नगर परिषद की गौशाला मे किया। भारतीय जैन दिवाकर विचार मंच नई दिल्ली शाखा प्रतापगढ़ को संचालित करने का प्रस्ताव रखा गया। सभी ने अनुमोदन किया। अंबालाल चंडालिया ने समारोह का संचालन किया।