वीरधरा न्यूज़।बड़ीसादड़ी@ श्री रामसिह मीणा।
बड़ी सादड़ी। चितौड़गढ़ महाराणा प्रताप कुषि प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय की स्थानीय इकाई कुषि विश्व विद्यालय कि स्थानीय इकाई कुषि विज्ञान केंद्र द्वारा को प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए किसानों को एक दिवसीय संस्थागत प्रशिक्षण आयोजित किया गया केंद्र वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्य्क्ष डॉ रतनलाल सोलंकी ने किसानों को फसलों की वृद्धि एवं उनसे अच्छा उत्पादन प्राप्त करने के लिए आवश्यक पोषक तत्वों एवं अन्य संसाधनों को प्राकृतिक रूप से उपलब्ध कराने की पद्धति को प्राकृतिक खेती कहते हैं गाय का गोबर मूत्र वनस्पति एवं घर में उपलब्ध अपशिष्ट पदार्थों आदि की सहायता से जैविक कीटनाशक एवं फादूनाशक तैयार करने की विधि के बारे में बताया डॉ रतनलाल सोलंकी ने किसानों को प्राकृतिक खेती में चार प्रमुख घटकों जिसमें डी कम्पोज़र बीजामृत पंच गव्य मल्चिंग के बारे में अवगत कराया गया तथा किसानों को फसलों में रासायनिक खादों एवं कीटनाशकों के उपयोग को नहीं करने एवं जैविक कीटनाशक तैयार कर स्प्रे की सलाह दी खेती से निम्न लाभ भूमि के अन्दर लाभ प्रद जीवाणुओं की संख्या में निरंतर वृद्धि भूमि की जल धारा क्षमता वृद्धि भूमि प्राकृतिक खेती सिंचाई जल की बचत भुमि में जीवाश्म की मात्रा में वृद्धि भूमि में पोषक क्षमता में वृद्धि सभी प्रकार के खादों कीटनाशकों एवं व्याधिनाशको, का गांवों/खेतों पर उत्पादन उत्पादन गुणवत्ता निरंतर वृद्धि एवं तकनीकी सस्ती एवं प्रदूषण रहित दीपा इंदोरिया कार्यक्रम सहायक ने कहा गया है कि कि घर में बचीं हुईं सब्जियों व फलों के कचरे से खाद तैयार कर फसलों में उपयोग करने के लिए जागरुक किया प्रशिक्षण में जनजाति क्षेत्रों बड़ी सादड़ी उपखंड क्षेत्र निकटवर्ती ग्राम पंचायत रतिचदजी का खेड़ा के स्थित आफरोकातालाब व किट खेड़ा गांव से 24 किसानों ने भाग लिया गया इस अवसर राम सिंह मीणा मनोहर सिंह मीणा कुषि विज्ञान केंद्र ड्राइवर योगेश जी पंचायत समिति सदस्य प्रतिनिधि मुकेश सिंह मीणा आदि उपस्थित थे।