चित्तौड़गढ़-भुगतान अव्यवस्थाओं को लेकर संवेदकों ने जताया रोष, विभिन्न सरकारी विभागों में संवेदकों के करोड़ों के अटके भुगतान पर कार्यवाही की मांग।
वीरधरा न्यूज़ चित्तौड़गढ़@डेस्क।
चित्तौड़गढ़। संवेदकों, ठेकेदारों के समय पर भुगतान नहीं होने से शीघ्र भुगतान की व्यवस्था करने एवं संवेदकों की विभिन्न समस्याओं के निराकरण की मांग को लेकर जिला काॅन्ट्रेक्टर्स एसोसिएशन द्वारा मुख्यमंत्री के नाम अतिरिक्त जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया जिनकी प्रति सानिवि, जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियन्ता, नगर परिषद आयुक्त, वाटर शेड के अधिशाषी अभियंता, यूआईटी सचिव को भी दी गई।
एसोसिएशन के जिला प्रवक्ता निलेश बल्दवा ने बताया कि जिले भर में सरकारी ठेकेदारों, संवेदकों के करोडोें का भुगतान व अमानत राशि अटके रहने से आर्थिक परेशानीयां बढ़ रही है। समयबद्ध भुगतान की ठोस व्यवस्था नहीं होने से ठेकेदार वर्ग का अस्तित्व खतरे मे पडा हुआ है। बजट का अभाव बता कर भुगतान के चक्कर में घुमाया जाता है। संवेदको की बाजार में साख में गिरावट होने के साथ ही भारी ब्याज की मार पड़ रही है। संवेदको एवं इनसे जुडे कर्मचारी, मजदुरों के परिवारों का गुजर-बसर मुश्किल हो रहा है। दोषियों एवं जिम्मेदारों के विरूद्ध ठोस कार्यवाही नहीं होने से दोषी एवं जिम्मेदार व्यक्ति कानून से बच निकलते है।
हाल ही में भुगतान के अभाव में पाली नगर परिषद् के ठेकेदार हनुमान सिंह राजपुरोहित द्वारा की गई आत्महत्या को लेकर बुधवार को डाक बंगलों में एसोसिएशन की बैठक में राजपुरोहित को श्रद्धांजलि दी गई तथा इसके जिम्मेदार व्यक्तियों पर कड़ी कार्यवाही की मांग की गई ताकि भविष्य में इस प्रकार की पुनरावृत्ति न हो।
ज्ञापन में पारदर्शी भुगतान प्रकिया की व्यवस्था कराने, बजट की उपलब्धता सुनिश्चित करनें के पश्चात ही निविदा आमंत्रित करने, डीएमएफटी के बकाया भुगतान एवं भुगतान प्रकिया सरलीकरण कराने, भुगतान में देरी होने पर समयावधि प्रकरण में विस्तार करने, देरी से होने वाले आर्थिक नुकसान की भरपाई कराने की मांग की गई।
इस अवसर पर चित्तौड़गढ़ जिला कांट्रेक्ट एशोसिएशन के जिलाध्यक्ष हरीश आहूजा, नगर परिषद कांटेक्ट एशोसिएशन के अध्यक्ष करण सिंह सांखला, उपाध्यक्ष प्रहलाद आचार्य, रविराज सिंह जाड़ावत, रफीक भाई, सुरेश पाल, शाहिद इकबाल, निसार अहमद, शंकर सोनी, रितेश कुमावत, आबिद हुसैन, राधेश्याम अग्रवाल, निलेश बल्दवा, मनोज अहीर, प्रिंस बाबेल, विजय प्रताप सिंह चुण्डावत, लक्ष्मी लाल तेली, सागरमल धाकड़, मनीष कदम, गंगाराम रेगर, सुरेश सबनानी बेगूं आदि उपस्थित रहे।