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सवाई माधोपुर/बोंली-भ्रष्टाचार व भाई भतीजावाद की भेंट चढ़ी इंदिरा रसोई योजना।

वीरधरा न्यूज़।बौंली@ श्री श्रद्धा ओम त्रिवेदी।


बोंली।राजस्थान सरकार द्वारा शहरों व नगरपालिका मुख्यालय पर चलाई जा रही इंदिरा रसोई योजना ठेकेदार व कंप्यूटर पर बैठी महिला के कारण भ्रष्टाचार व भाई भतीजावाद की भेंट चढ़ती जा रही। राजस्थान सरकार द्वारा नगरपालिका मुख्यालय बौंली के मुख्य बस स्टैंड पर चिकित्सालय के बाहर बने सामुदायिक भवन पर इंदिरा रसोई योजना का क्षेत्रीय विधायक इंदिरा मीणा, नगर पालिका चेयरमैन कमलेश देवी जोशी, एवं एसडीएम बद्रीनारायण मीणा द्वारा विधिवत शुभारंभ किया गया था। इंदिरा रसोई योजना ठेकेदार व उनके द्वारा नियुक्त कंप्यूटर पर महिला द्वारा भ्रष्टाचार व भाई भतीजे वाद की भेंट चढ़ती जा रही है। गुरुवार 13 अक्टूबर को 10:00 बज कर 15 मिनट से 11:10 के दौरान देखने में आया कि ठेकेदार व कंप्यूटर पर नियुक्त महिला अपने लोगों को बिना लाइन बिना पर्ची करा ही उन्हें पैकिंग या फिर अंदर ले जाकर तुरंत इंदिरा रसोई योजना का लाभ दे रहे थे। एवं अन्य लोगों को भीड़ होने के कारण बाद में आने को कहकर टाल रहे थे। एक गरीब वृद्ध भोजन कर रहा था एवं पांच रोटी के बाद उसने पेट नहीं भरने के कारण ठेकेदार से पैर पकड़ कर दो रोटी मांगली फिर भी भ्रष्ट ठेकेदार का दिल नहीं पसीजा। तब वहां पर उपस्थित प्रबुद्ध जन ने उसे रोटी देने व उसके पैसे देने को कहा तब उस ठेकेदार ने उस वृद्ध को रोटी दी। इंदिरा रसोई योजना के अंतर्गत ठेकेदार द्वारा जो पांच रोटी दी जाती है उसका वजन 100 ग्राम से ज्यादा नहीं होता है राज्य सरकार के आदेशानुसार ₹8 में भरपेट भोजन व्यवस्था है लेकिन ठेकेदार 8 की जगह ₹10 लेता है एवं ₹2 खुल्ले नहीं होने का बहाना बनाकर किसी को नहीं देता। जबकि कोई खुले सिक्के ₹8 ले जाता है तो वह कहता है कि यह पैसा अब चलन में नहीं है। उपस्थित ठेकेदार शंकर लाल मीणा से जब इस बारे में बात की गई तो उसने बताया की पहले दौर में 225 लोगों को ही भोजन कराने के आदेश हैं एवं 240 ग्राम वजन दिया जाना तय है। शिकायतों को देखते हुए चेयरमैन व पार्षदों के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान क्षेत्रीय विधायक इंदिरा मीणा ने ठेकेदार को इंदिरा रसोई योजना में सुधार करने की हिदायत दी थी। लेकिन शायद ठेकेदार सोचता है कि सैंया भए कोतवाल अब डर काहे का।

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