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चित्तौड़गढ़- नगर परिषद की व्यवस्थाओं की खुली पोल, मेले में अपर्याप्त व्यवस्थाओं से व्यापारीयों सहित आमजन हुए परेशान।

वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ़@डेस्क।

चित्तौड़गढ़।दो साल कोरोना महामारी के बाद चित्तौड़गढ़ शहर के इंदिरा गांधी स्टेडियम में नगर परिषद चित्तौड़गढ़ द्वारा दस दिवसीय मेले का आयोजन किया गया है।
आयोजित मेले में अपनी दुकानें लगाने वाले छोटे मोटे व्यापारी, ग्राहकों की आश लिए प्रसिद्ध निम्बाहेड़ा के दशहरा मैले को निपटाने के बाद चित्तौड़गढ़ के मेले में कमाई की उम्मीद से अपनी दुकानें लगाने के लिए पहुंचे थे जिनका नगर परिषद चित्तौड़गढ़ द्वारा दस दिवसीय मेले में दुकान लगाने का किराया भी नियमानुसार वसूल किया जाता है लेकिन गत दिनों 7 से 8 दिसंबर को अचानक हुई बेमौसम बारिश ने मैले सहित दुकान लगाने वाले छोटे बड़े व्यापारियों की उम्मीदों पर मानों वज्रपात ही कर दिया हो तो वहीं दूसरी ओर मौसम विभाग की चेतावनी के बाद चित्तौड़गढ़ में हुई बेमौसम बारिश से जानबूझकर अनजान बनने वाले नगर परिषद की लापरवाही के चलते और मौसम विभाग की पहले से की गई चेतावनी को नजरंदाज करने के बाद नगर परिषद प्रशासन की मेले में की गई अपर्याप्त व्यवस्थाओं से मेला ग्राउंड में चारों ओर किचड़ का माहौल देखने को मिला जिससे एक ओर मेले में आने वाले शहर वासियों की संख्या ना के बराबर देखने को मिली तो वहीं जो इक्का दुक्का गलती से मेले में आ पहुंचा वह मेला ग्राउंड में चारों ओर फैले हुए किचड़ के कारण अपने दो पहिया वाहन सहित रपट खाता हुआ दिखाई दिया।
मौसम विभाग की पूर्व में दी गई बेमौसम बारिश की चेतावनी के बावजूद नगर परिषद की अपर्याप्त व्यवस्थाओं के कारण एक और सरकारी पैसा जो मैले के आयोजन में खर्च किया गया, पानी में जाता नजर आया तो वहीं मैले में कमाई की उम्मीद से पहुंचने वाले व्यापारियों को भी लोगों की आवाजाही ना के बराबर होने और मेला ग्राउंड में चारों ओर फैले किचड़ के कारण से निराशा ही हाथ लगी।

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