वीरधरा न्यूज़।चित्तोड़गढ़@डेस्क।
चित्तौडगढ। चिकित्सा एंव स्वास्थ्य विभाग के डा रामकेश गुर्जर सीएमएचओं ने वर्षा के शुरू होने से मौसमी बीमारियों को देखते हुए समस्त चिकित्सा अधिकारीयो को अपने अधिनस्थ कार्यक्षैत्र में एन्टीलार्वल गतिविधियो के क्रियान्वित किये जाने के निर्देश प्रदान किये है।
डॉ गुर्जर ने बताया कि 22 अगस्त से 02 सितम्बर 2022 तक डेंगू विरोधी विषेष अभियान संचालित किया जावेगा। मेडिकल टीमे घर घर सर्वे कर जानेगी आमजन के स्वास्थ्य के बारे में एंव मौके पर ही ब्लडस्लाईड बनाई जावेगी। दवाओ का वितरण किया जावेगा। चिकित्सा संस्थानो पर लार्वा डेमोस्ट्रेषन किया जा कर आमजन में डेंगू के प्रति जागरूक किया जावेगा।
सीएमएचओ ने बताया कि आयुक्त नगरपरिषद् से शहरी क्षैत्र में वार्ड अनुसार कार्ययोजना अनुसार फोगिंग करवाये जाने एंव नालियो में क्रुड आयॅल डलवाये जाने तथा डीडीटी के छिडकाव हेतु अनुरोध किया गया है।
आरबीएसके की टीमे करेगी जागरूकता कार्यक्रम
विभाग में कार्यरत आरबीएसके कार्यक्रम अन्तर्गत टीमे राजकीय एंव नीजि विद्यालयो में पहुच छात्र-छात्राओ को डेंगू, मलेरिया, चिकिननुनिया, स्वाईन फ्लू रोग के बारे में स्वास्थ्य षिक्षा देगी। टीमे जागरूकता कार्यक्रम के माध्यम से रोकथाम, बचाव, उपचार, नियंत्रण के बारे में जानकारी देगी।
उन्होने बताया कि बरसात के मौसम में जलभराव के कारण मच्छरजनित बिमारयो की आशंका बनी रहाती है, उन्होने चिकित्सा प्रभारी अपने-अपने क्षैत्रो में मच्छर रोधी गतिविधिया करवाये जाने हेतु निर्देषित किया है। चिकित्सा अधिकारी मुख्यालय पर ठहराव सुनिष्चित करे। संस्थानो पर दवाओ की उपलब्धता एंव आर आर टी टीमो का गठन कर घर-घर सर्वे के दौरान टीमे विभाग की अन्य गतिविधियो की जानकारी आमजन को दिया जाना सुनिश्चित करे।
मेडिकल टीमे करेगी रोग निरोधात्मक कार्यवाही
मेडिकल टीमे घर-घर सर्वे, एन्टीलार्वा, सोर्स रिडक्षन एंव एन्टीएडल्ट गतिविधियो को अंजाम देगी। सर्वे के दौरान रोग डेगू, मलेरिया, स्क्रब टायॅफस एंव स्वाईन फ्लू आदि के बारे में आमजन को जानकारी देकर जनजाग्रति का वातावरण निर्माण करेगी। चिकित्सकीय स्टॉफ घरो में अनुपयोगी पानी से भरे कबाड, गमलो, परिन्डो, टायरो एंव कन्टेनरो को खाली करवाया जाना सुनिश्चित करे। चिकित्सा अधिकारी सुनिश्चित करे कि टीमो के पास रोग निरोधात्मक कार्यवाही हेतु आवश्यकतानुसार टेमी फोस एंव क्रुड आयॅल एवं अत्यावश्यक दवाओ की उपलब्धता हो।
सर्वे में पाये गये हाई रिस्क ग्रुप को चिन्हित कर चिकित्सा अधिकारीयो के द्वारा उसका फॉलोअप सुनिश्चित किया जावेगा।
डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया, जीका आदि मच्छर जनित रोग है। मादा एडिज एजिप्टी मच्छर के काटने से डेगू होता है।
डेंगू मच्छर की पहचान – आमजन मच्छर को उसके उपर धारियो से पहचान सकते है। प्रायः यह मच्छर ज्यादा उचाई से पर नही उड पाता है। विषेष बात यह है कि यह मच्छर दिन में काटता है।
डेंगू के लक्षण- उन्होने बताया कि यदि शरीर की त्वचा पर गुलाबी चकते दिखाई पडे तो व्यक्ति को अर्लट हो जाना चाहिये। तेज सिर दर्द, शरीर मे दर्द, ब्ल्ड प्रेषर का कम होना, तेज बुखार जैसे लक्षण प्रतित होतो शीघ्र ही चिकित्सक से राय ले।