वीरधरा न्यूज़।डुंगला@श्री अमन अग्रवाल।
डूंगला।शहीदों ने देश को समृद्ध करने के लिए विदेशी वस्तुओं का बहिष्कार करते हुए उनकी की होली जलाई। विदेशी वस्तुओं अपनाकर कई शहीदों के घाव पर नमक छिड़कने का काम तो नहीं कर रहे हैं। उक्त विचार राष्ट्र संत कमलमुनि कमलेश ने संबोधित करते कहा कि विदेशी वस्तु लेकर अपने भाइयों के पेट पर लात तो नहीं मार रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिसमें स्वाभिमान होगा देश का, वह भूखा रह जाएगा परंतु समझौता नहीं करेगा। मुनि कमलेश के बताया कि जिस वस्तु का निर्माण देश में होता है उस कौ प्राथमिकता देना प्रत्येक देशवासी का कर्तव्य होता है।
राष्ट्रसंत ने स्पष्ट कहा कि विदेशी वस्तु को अपना कर गौरांवीत होना अपना स्टेटस मानना स्वदेशी अपनाने वाले को गवार समझना गौर अज्ञानता है। जैन संत ने कहा कि आजादी की अमृत महोत्सव पावन प्रसंग पर स्वदेशी अपनाओ देश बचाओ का नारा बुलंद करना होगा। तभी धरती माता के सपूत कहलाएंगे। कौशल मुनि ने मंगलाचरण किया। गौतम मुनि ने विचार व्यक्त किए। तपस्वी अक्षत मुनि के आज 15 उपवास है आगे बढ़ने के भाव है।