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रिठोला के जयपाल ओड ने पीएम कार्यलय पहुच जनसंख्या नियंत्रण कानून के लिए ज्ञापन दिया, जंतर मंतर पर भूख हड़ताल की।

वीरधरा न्यूज़ चित्तोड़गढ़@डेस्क।

चित्तौड़गढ़।एक तरफ तो देश में प्रथम नागरिक कहलाने वाले राष्ट्रपति के चुनाव कल ही हुए हैं जिसके परिणाम 21 जुलाई को आने वाले हैं, पूरी सदन और देश की निगाहें हमारे देश के नए बनने वाले राष्ट्रपति के नाम पर मोहर लगने का इंतजार कर रही है इसलिए दिल्ली में सभी जगहों पर विशेषकर राष्ट्रपति भवन और पार्लियामेंट में सुरक्षा के कड़े इंतजाम सरकार द्वारा सुनिश्चित किए गए हैं, वहीं दूसरी ओर एक शख्स ऐसा भी है जिसे देश में जनसंख्या नियंत्रण की अचानक चिंता सताने लगी और वह पहुंच गया प्रधानमंत्री को इस गम्भीर समस्या से अवगत कराने।
माजरा कुछ ऐसा है कि चित्तौड़गढ़ रिठोला निवासी जयपाल ओड को देश में हो रहे जनसंख्या विस्फोट की चिंता सता रही है जिसके चलते जयपाल ओड राष्ट्रपति चुनाव के व्यस्ततम समय के बावजूद भी प्रधानमंत्री कार्यालय जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू कराने के लिए ज्ञापन देने पहुंच गए तो एक बार तो कार्यालय में अफरा-तफरी का माहौल मच गया वहां की स्थानीय पुलिस ने जयपाल और को नजदीकी थाने में कुछ घंटों के लिए सुरक्षा की दृष्टि से पूछताछ करने के बाद बिठाए रखा हालांकि जयपाल ओड को बाद में दिल्ली पुलिस ने संतुष्टि करने के बाद छोड़ दिया।
मामले कि बात करें तो जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग को लेकर चित्तौड़गढ़ के रिठाला निवासी जयपाल ओड 17 बार प्रधानमंत्री को ज्ञापन दे चुका है। जनसंख्या नियंत्रण कानून को पुरे देश में लागू करवाने के लिए जयपाल करीब 8 वर्ष से लगातार जनसंख्या नियत्रण कानून कि मांग कर रहा है। उसका कहना है कि दुनिया में भारत के पास मात्र 2 प्रतिशत जमीन ही है जबकि आबादी दुनिया की 20 प्रतिशत है भारत में हर एक वर्ग किलोमीटर पर 328 लोग निवास करते है। देश में करीब ढाई करोड की आबादी प्रतिवर्ष बढ़ रही है और प्रति दिन करीब 80हजार बच्चों का जन्म होता है और ईलाज के आभाव में 27 हजार बच्चें प्रतिवर्ष मर जाते है समय रहते जनसंख्या नियंत्रण कानून नहीं लागू किया गया तो देश के नागरिकों के लिए अच्छी हवा, पीने लायक पानी, सबको पक्का मकान और सबको भोजन सरकार नहीं दे पाएगी। जनसंख्या विस्फोट देश के लिए खतरा है।
जयपाल ओड रीठौला ने फिर एक बार प्रधानमंत्री कार्यालय पहुंच कर प्रधानमंत्री के नाम 17 वीं बार ज्ञापन दिया है।
इसके एक दिन पहले जंतर मंतर पर अकेले बैठकर जयपाल ने एक दिवसीय भूख हड़ताल भी रखी।

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