वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ़@डेस्क।
चित्तौड़गढ़। एनीमिया मुक्त राजस्थान कार्यक्रम के अंतर्गत बच्चों, किशोर-किशोरियों प्रजनन उम्र की महिलाओं, गर्भवती महिलाओं तथा धात्री माताओं में एनीमिया की दर को कम करने के लिए जिले में प्रत्येक मंगलवार ’’शक्ति दिवस’’’ के रूप में मनाया जाएगा। इस दिन प्रत्येक आंगनवाड़ी केंद्रों, राजकीय विद्यालयों, उप स्वास्थ्य केन्द्रों, सीएचसी/ पीएचसी व राजकीय चिकित्सा संस्थानों पर शक्ति दिवस आयोजित किया जाएगा।
एनीमिया मुक्त बनाने के लिए विशेष अभियान
मुख्य सचिव द्वारा राज्य पोषण अभिसरण समिति की बैठक में 6 माह से 59 माह के बच्चों में एनीमिया की दर 60.03 प्रतिशत से 71 प्रतिशत एवं महिलाओं व किशोरियों (15 से 49 वर्ष )में एनएफएचएस-5 अनुसार एनीमीया की दर 46.8 प्रतिशत से बढ़कर 54 प्रतिशत परिलक्षित होने पर गंभीरता व्यक्त करते हुए एनिमिया की दर को कम करने हेतु विशेष अभियान चलाए जाने हेतु निर्देशित किया गया।
डॉ. रामकेश गुर्जर, मुख्य चिकित्सा एवं स्वाथ्य अधिकारी ने बताया कि
कार्यक्रम के सफल संचालन हेतु जिला स्तर पर चिकित्सा विभाग में – मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, शिक्षा विभाग में – जिला शिक्षा अधिकारी तथा महिला बाल विकास विभाग मे – उपनिदेशक नोडल अधिकारी रहेंगे तथा शक्ति दिवस के सफल क्रियान्वयन मॉनिटरिंग रिपोर्टिंग हेतु जिम्मेदार रहेंगे।
जागरूकता के लिए जाएंगे घर-घर
शक्ति दिवस का मुख्य उद्देश्य समुदाय व लाभार्थियों में एनीमिया नियंत्रण हेतु स्क्रीनिंग, हिमोग्लोबिन की जांच, उपचार तथा एनीमिया के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। शक्ति दिवस पर एनीमिया से संबंधित गतिविधियां आयोजित की जाएगी जिसमें एनेमिया की स्क्रीनिंग जांच उपचार तथा एनीमिया के प्रति जागरूकता हेतु विभिन्न विभागों की सहभागिता से कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
अभियान में इन पर विशेष ध्यान
शक्ति दिवस के लक्षित लाभार्थी आंगनवाड़ी केंद्र में 6 माह से 59 माह तक के बच्चे, 5 वर्ष से 9 वर्ष के विद्यालय नहीं जाने वाले बच्चे, 10 वर्ष से 19 वर्ष की विद्यालय नहीं जाने वाली समस्त किशोरी बालिकाए, 20 वर्ष से 24 वर्ष की विवाहित महिलाएं, गर्भवती महिलाएं, धात्री माताएं राजकीय विद्यालय में बच्चे 5- 9 (कक्षा 1 से कक्षा 5 के विद्यार्थी), 10-19 वर्ष के किशोर-किशोरियां कक्षा 6 से कक्षा 12 के विद्यार्थी, चिकित्सा संस्थानों, उपस्वास्थ्य केन्द्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों, जिला चिकित्सालय, उप जिला चिकित्सालय, डिस्पेंसरी अन्य में 6 माह से 59 माह तक के बच्चे, 5 वर्ष से 9 वर्ष के बच्चे, 10-19 वर्ष के किशोर-किशोरियां, 20 वर्ष से 24 वर्ष की विवाहित महिलाएं, गर्भवती महिलाएं, धात्री माताए शक्ति दिवस के लक्षित लाभार्थी होंगे।